कांग्रेस विधायक दल ने ठुकराया PM Modi की रैली का न्यौता, जानिए क्यों

Wednesday, Dec 26, 2018 - 10:35 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की धर्मशाला में वीरवार को होने वाली रैली का न्यौता ठुकरा दिया है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री का आरोप है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रैस के माध्यम से कांग्रेस को बुलाया, जिस कारण पार्टी इस रैली का बहिष्कार करेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी रैली के लिए मुख्य सचिव के कार्ड छपे हैं और रैली में भीड़ जुटाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे सरकारी कोष को बड़े पैमाने पर चूना लगा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार हुआ है, जब अफसरशाही और कर्मचारियों की भीड़ जुटाने का जिम्मा दिया गया।

सरकारी रैली को राजनीतिक रैली में बदलकर लगाई 25 करोड़ की चपत

उन्होंने दावा किया कि इस रैली पर 25 करोड़ रुपए के आसपास खर्च आने की संभावना है। उन्होंने आरोप लगाया कि अफसरों और कर्मचारियों को जबरन ड्यूटी पर लगाकर लाभार्थियों को रैली में पहुंचाने का दायित्व सौंपा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी रैली को राजनीतिक रैली में बदलकर सरकारी खजाने से धन को लुटाया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने अपने 1 साल के कार्यकाल में 3,500 करोड़ रुपए का कर्ज लेकर प्रदेश को 50 हजार करोड़ रुपए के कर्ज तले ढुबो दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय उच्च मार्गों के नाम पर झूठ बोला और आज तक एक को भी स्वीकृति नहीं मिल पाई है।

झूठे निकले प्रधानमंत्री के वायदे

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव से पहले रैलियों में जो वायदे किए थे, वे पूरे नहीं हुए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पहले एम्स और ट्रिप्पल आई.टी. का शिलान्यास किया था लेकिन काम आगे नहीं बढ़ा है। इसी तरह केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिलान्यास को जानबूझकर रोका गया है। इसी तरह स्मार्ट सिटी में प्रदेश को शेयर नहीं मिल पाया है। हिमाचल प्रदेश को नॉर्थ ईस्ट की तर्ज पर औद्योगिक पैकेज और ग्रांट नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि चुनावी घोषणा से पहले रैली के माध्यम से फिर प्रदेश की जनता को झांसा देने का प्रयास किया जा रहा है।
 

Vijay