कांग्रेस में ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियों पर मचे घमासान को लेकर रजनीश किमटा ने दिया ये बड़ा बयान

Wednesday, Sep 25, 2019 - 11:03 PM (IST)

शिमला (राक्टा): प्रदेश कांग्रेस में ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति पर मचे घमासान का संगठन ने कड़ा संज्ञान लिया है। प्रदेश कांग्रेस के महासचिव रजनीश किमटा ने कहा कि पार्टी के खिलाफ कोई भी बयानबाजी सीधे तौर पर अनुशासनहीनता समझी जाएगी तथा यह पार्टी हाईकमान के आदेशों का भी सीधा उल्लंघन है। उन्होंने पार्टी कार्यकत्र्ताओं का आह्वान किया कि वे अपने किसी भी अहम या आपसी मनमुटाव को दूर कर पार्टी की एकता के लिए एकजुट होकर कार्य करें। वह बुधवार को राजीव भवन में कार्यकर्ताओं की आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।

ब्लॉक अध्यक्ष की नियुक्तियों में पीसीसी चीफ कोई हस्तक्षेप नहीं

इस दौरान किमटा ने स्पष्ट किया कि ब्लॉक अध्यक्ष की नियुक्तियां पार्टी के कार्यकर्ताओं की राय लेकर और पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद पूरी पारदर्शिता के साथ की गई हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष (पीसीसी चीफ) का संबंधित नियुक्तियों में कोई हस्तक्षेप नहीं रहा। उन्होंने कहा कि ऐसे ब्लॉकों जहां एक राय नहीं बन पा रही थी, उनमें ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. धनीराम शांडिल की अध्यक्षता में 3 सदस्य कमेटी गठित की गई थी। उन्होंने कहा कि समिति के किसी भी निर्णय पर कोई शंका पैदा करना पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का अपमान होगा, जिसे कभी सहन नहीं किया जा सकता।

पार्टी का कौन कितना सच्चा सिपाही, खाका होगा तैयार

उन्होंने दो टूक कहा कि पार्टी को कमजोर करने की कोई भी साजिश सफल नहीं होने दी जाएगी। पार्टी का कौन कितना सच्चा सिपाही है, यह सब खाका तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के बाद जिला और प्रदेश कार्यकारिणी में उन नेताओं व कार्यकत्र्ताओं को अहम जिम्मेदारियां दी जाएंगी, जो पार्टी के लिए पूरी निष्ठा और तन-मन से काम कर रहे हैं।

हाईकमान ने दिए गोपनीय रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश

किमटा ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने पीसीसी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि संगठन में बेहतर कार्य करने वालों की गोपनीय रिपोर्ट तैयार कर भेजी जाए, ताकि उन्हें पूरा मान-सम्मान दिया जा सके।

क्यों मचा हुआ है विवाद

कांग्रेस में ताजा विवाद पार्टी महासचिव विनोद सुल्तानपुरी द्वारा पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी को लिखे पत्र के बाद सामने आया। सुल्तानपुरी ने पत्र के माध्यम से पार्टी अध्यक्ष की कार्यप्रणाली पर सीधे तौर पर सवाल खड़े किए। यह मामला अभी थमा ही नहीं था कि कसौली ब्लॉक के पर्यवेक्षक अमित चौहान ने भी अपने पद से त्याग पत्र देते हुए ब्लॉक अध्यक्ष की नियुक्ति पर सवाल खड़े कर दिए।

Vijay