मैंने चुनाव लड़ने से मना करने पर सुझाया था रामस्वरूप शर्मा का विकल्प : जयराम
Wednesday, Mar 17, 2021 - 06:23 PM (IST)
शिमला (कुलदीप): मंडी से भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा की आकस्मिक मृत्यु के कारण विधानसभा की कार्यवाही को शोकोद्गार प्रस्तुत करने के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही उनके निधन की सूचना अध्यक्ष विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सदन को दी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसके बाद कहा कि 10 जून, 1958 को मंडी जिला की तहसील जोगिंद्रनगर के गांव जलपेहर में जन्मे सांसद रामस्वरूप शर्मा (63) का सुबह निधन हो गया है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंडी शिवरात्रि मेले और उसके बाद फतेहपुर के कार्यक्रम में साथ रहने वाले सांसद के मृत्यु की खबर से बहुत पीड़ा हुई है।
रामस्वरूप शर्मा के जाने से भाजपा और प्रदेश को हुआ नुक्सान
उन्होंने वर्ष 2014 में रामस्वरूप शर्मा के सांसद बनने की घटना का वृतांत सुनाते हुए कहा कि मैंने चुनाव लड़ने से मना करने पर रामस्वरूप शर्मा का विकल्प सुझाया था। उन्होंने कहा कि मैट्रिक तक शिक्षा ग्रहण करने वाले भाजपा नेता ने संगठन में महामंत्री और उपाध्यक्ष पद पर सेवाएं देने के अलावा वर्ष 2008-12 तक हिमाचल प्रदेश राज्य खाद्य आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष पद का दायित्व भी संभाला। वह मई, 2014 में 16वीं लोकसभा के लिए पहली बार तथा मई, 2019 में दूसरी बार निर्वाचित हुए। दूसरी बार उन्हें रिकाॅर्ड 4 लाख 5 हजार वोटों से जीत मिली। उन्होंने कहा कि इस सीट से वीरभद्र सिंह, पंडित सुखराम, प्रतिभा सिंह, महेश्वर सिंह और ठाकुर गंगा सिंह जैसे नेता सांसद रहे हैं। उन्होंने कहा कि रामस्वरूप शर्मा को अपने सरल स्वभाव और हमेशा खुश रहने वाले नेता के रूप में जाना जाएगा, जो लोगों की समस्याओं के निवारण के लिए तैयार रहते थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में लोगों केे काम करवाने के लिए उनके सबसे अधिक पत्र आते थे तथा उनके जाने से भाजपा और प्रदेश को नुक्सान हुआ है।
राजनीति में अविश्वसनीय बात हुई है : मुकेश अग्निहोत्री
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सांसद रामस्वरूप शर्मा के अचानक चले जाने से राजनीति में अविश्वसनीय बात हुई है। उन्होंने कहा कि वह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विपक्ष के सदस्यों को भी याद कर लिया करते थे। इस तरह विधायक सुजान सिंह पठानिया के बाद रामस्वरूप शर्मा के जाने से प्रदेश को दूसरा बड़ा आघात लगा है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि विपक्षी सदस्यों की संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार तक पहुंचाई जाएं।
कबड्डी में राष्ट्रीय स्तर पर किया हिमाचल का प्रतिनिधित्व
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर और शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि रामस्वरूप शर्मा ने कबड्डी में राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने एनएचपीसी में क्लर्क के रूप में भी अपनी सेवाएं दी तथा संगठन के प्रदेश प्रशिक्षण प्रभारी भी रहे। वन मंत्री राकेश पठानिया, विधायक प्रकाश राणा और राकेश जम्वाल ने भी उनके निधन पर शोकोद्गार प्रकट किए। इसके अलावा शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर, विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज, विधायक कर्नल इंद्र सिंह, नंदलाल, हीरालाल, सुंदर ठाकुर और जियालाल ने भी अपनी संवेदनाएं प्रकट की।
संगठन के लिए सम्पर्ण की भावना से किया काम : विपिन परमार
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि सांसद रामस्वरूप शर्मा ने संगठन के लिए सम्पर्ण की भावना से काम किया। वह कठिन कार्यों को भी सहजता से कर लेते थे। इसके बाद सदन में कुछ क्षण मौन रहकर सदस्यों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की तथा शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं भी प्रकट की।
पक्ष-विपक्ष की बैठक आयोजित
सांसद रामस्वरूप शर्मा के निधन की सूचना मिलने बाद विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले पक्ष-विपक्ष के नेताओं की बैठक हुई। इसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने भाग लिया। इसमें शोकोद्गार के बाद विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित करने पर सहमति बनी।
कमजोर नजर आए थे सांसद
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित कुछ अन्य नेताओं ने बताया कि सांसद रामस्वरूप शर्मा कुछ दिन पहले कमजोर नजर आए थे। इस पर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वह ठीक है, हां थोड़ा परहेज जरूर कर रहे हैं।
जब वीरभद्र सिंह से हुआ था सामना
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि जब रामस्वरूप शर्मा को टिकट मिला तो उनका मंदिर में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से सामना हुआ। वीरभद्र सिंह उनको जानते नहीं थे और रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि वह चुनाव लड़ रहे हैं। इस पर वीरभद्र सिंह ने भी कहा कि हम भी चुनाव लड़ रहे हैं।