Shimla: सेब सीजन जारी, लेकिन नहीं सुधरी रांगले-मीरू सम्पर्क मार्ग की हालत

punjabkesari.in Monday, Sep 16, 2024 - 11:41 AM (IST)

रिकांगपिओ, (कुलभूषण नेगी) : किन्नौर जिले की रांगले-मीरू सम्पर्क मार्ग की हालत दयनीय बनी हुई है। जिले के निचले इलाकों में हो रही बारिश के कारण रांगले-मीरू मार्ग जीरो प्वाइंट पर पूरी तरह से दल-दल में तबदील हो गया है। इस क्षेत्र में दल-दल होने के कारण वाहन गहरी, नहीं सुधरी रांगत स्किड हो रहे हैं। लोग जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं। वहीं क्षेत्र में सेब सीजन जोरों- शोरों से चला हुआ है। ऐसे में मीरू गांव के बागवानों को सेब मंडियों तक पहुंचाने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।

इस क्षेत्र में करीब 20,000 सेब की पेटियों का उत्पादन होता है। ऐसे में खस्ताहाल इस सम्पर्क मार्ग के चलते बागवानों को सेब को मंडियों तक पहुंचाने की चिंता सताने लगी है। सड़क की दयनीय दशा से बागवान परेशान हैं। टापरी उपतहसील की करीब 15,000 आबादी को लाभान्वित करने वाली करीब 5 किलोमीटर मीरू सड़क खस्ताहाल है। संकीर्ण मार्ग, जगह-जगह पर पत्थर गिरे पड़े हैं, जिसके कारण इस मार्ग पर चलने वाले छोटे वाहन चालक और क्षेत्रवासी अपनी जान जोखिम में डाल कर सफर करने को मजबूर हैं।

क्षेत्र के बागवान पवन नेगी, बलबीर, विजय नेगी, राजेश, अशोक, सुशील कुमार, अजय नेगी और अन्य क्षेत्रवासियों ने कहा कि क्षेत्र में रोरा हरी, नहीं सुधरी रांग स्टेज-टू निर्माण में लगी निजी कम्पनी के भारी भरकम सीमैंट, बजरी और अन्य सामग्री से लदे हुए वाहनों की आवाजाही भी इसी सम्पर्क मार्ग से होती है।

ऐसे में ग्राम पंचायत मीरू को इस मार्ग के जीरो प्वाइंट के पास मीरू क्षेत्र में 22 मैगावाट भूमिगत पनविद्युत परियोजना निर्माण में लगी निजी कम्पनी के माध्यम से इस 30 मीटर के आसपास के क्षेत्र को कंकरीट कर पक्का करवाया जाए, ताकि आए दिन इस क्षेत्र में होने वाली दल-दल से निजात मिल सके।


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Content Editor

Jyoti M

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