HPU सहित देश के विश्वविद्यालयों के बीच फिर होगी रैंकिंग के लिए स्पर्धा

Tuesday, Dec 10, 2019 - 11:15 AM (IST)

शिमला (ब्यूरो): नैशनल इंस्टीच्यूशनल रैंकिंग फ्रैमवर्क (एन.आई.आर.एफ.-2020) के तहत हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सहित देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के बीच बेहतर रैंकिंग के लिए स्पर्धा होगी। इसके लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एच.पी.यू.) ने एम.एच.आर.डी. के अंतर्गत एन.आई.आर.एफ. को रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट में विभिन्न पैरामीटर्स के तहत मांगी गई जानकारी विश्वविद्यालय ने भेजी है। अब अगले साल उच्च शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग जारी की जाएगी। सूचना है कि बीते वर्षों की तरह अगली रैंकिंग भी आगामी अप्रैल माह में जारी होगी। हालांकि उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए एन.आई.आर.एफ. ने डाटा/रिपोर्ट सबमिट करने के लिए समय अवधि 14 दिसम्बर तक बढ़ा दी है, लेकिन हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने समय पर अपनी रिपोर्ट भेज दी है।

रिपोर्ट भेजने के साथ ही अब हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की नजरें अगले साल जारी होने वाली रैंकिंग पर टिकी हैं। इस बार विश्वविद्यालय को बीते वर्षों की तुलना में बेहतर रैंक की उम्मीद है। बीते अप्रैल माह में एन.आई.आर.एफ.-2019 के तहत जारी की गई रैंकिंग में यूनिवॢसटी वर्ग में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला का स्थान 151-200 रैंक बैंड में आया था। इसके अलावा बीते अप्रैल में जारी हुई इस रैंकिंग में ओवरऑल वर्ग में शीर्ष 100 में हिमाचल का आई.आई.टी. मंडी ही शामिल हुआ था। देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों के जारी ओवरऑल वर्ग में हिमाचल प्रदेश का एक संस्थान शीर्ष 100 में जगह बनाने में कामयाब हो पाया था। एन.आई.आर.एफ.-2019 के तहत हिमाचल प्रदेश के इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टैक्रोलॉजी (आई.आई.टी.) मंडी ने ओवरऑल वर्ग में 44 रैंक हासिल किया था।

इसके अलावा एन.आई.आर.एफ.-2019 के तहत जारी की गई यूनिवॢसटी वर्ग की रैंकिंग में हिमाचल प्रदेश में स्थित मात्र एक यूनिवॢसटी ने ही शीर्ष 100 में जगह बनाई थी। इस वर्ग में हिमाचल की डा. वाई.एस. परमार यूनिवॢसटी ऑफ हॉर्टीकल्चर एंड फोरैस्ट्री (सोलन) ने 80वां रैंक हासिल किया था। इंजीनियरिंग वर्ग की रैंकिंग में हिमाचल प्रदेश के 2 शिक्षण संस्थान टॉप-100 में आए थे। फार्मेसी वर्ग में शूलिनी यूनिवॢसटी ऑफ बायोटैक्रोलॉजी एंड मैनेजमैंट साइंसिज सोलन ने 39वां स्थान हासिल किया था।

एन.आई.आर.एफ. के तहत तय इन पैरामीटर्स के तहत होती है रैंकिंग

रैंकिंग के लिए पैरामीटर्स 5 ङ्क्षबदुओं पर निर्धारित किए गए हैं। इसमें टीचिंग लर्निंग एंड रिसोर्स, अनुसंधान परामर्श व सहयोगात्मक प्रदर्शन, स्नातक परिणाम, आऊटरिच व समावेशन और अनुभूति शामिल हैं। इन ङ्क्षबदुओं के आधार पर ही रैंकिंग के लिए स्कोरिंग की जाएगी। इन 5 बिंदुओं को उपप्रमुखों में भी विभाजित किया गया है। शिक्षण संस्थानों को अंक इन ङ्क्षबदुओं और अलग-अलग पैरामीटर के आधार पर दिए जाएंगे। शिक्षण संस्थानों को अंक विभिन्न कारकों के आधार पर दिए जाएंगे। इसमें स्थायी फैकल्टी पर जोर देने के साथ-साथ छात्र अनुपात, पुस्तकालय व प्रयोगशाला की सुविधा, पीएच.डी. और अनुभव प्राप्त फैकल्टी, खेल व अन्य पाठ्येतर सुविधाएं, प्लेसमैंट, संस्थान की विभिन्न गतिविधियां व प्रकाशन आदि शामिल हैं।
 

Edited By

Simpy Khanna