Himachal: सिंगापुर के शैक्षणिक भ्रमण पर रवाना हुए सरकारी स्कूलों के 70 शिक्षक, CM बोले-देश की बैस्ट शिक्षा देना सरकार का लक्ष्य
punjabkesari.in Sunday, Apr 13, 2025 - 05:25 PM (IST)

शिमला (प्रीति): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को 70 शिक्षकों को सिंगापुर के शैक्षणिक भ्रमण पर रवाना किया। राज्य सचिवालय में समग्र शिक्षा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने चयनित शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें इस शैक्षणिक भ्रमण के लिए उनके पासपोर्ट भी सौंपे। इस शैक्षणिक यात्रा में ज्वाइंट डायरैक्टर, डिप्टी-डायरैक्टर, प्रिंसीपल, हैडमास्टर, प्रवक्ता व डी.पी.ई. वर्ग के शिक्षक शामिल हैं। इस दौरान सीएम सुक्खू ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा विदेश यात्रा आपके निजी जीवन के लिए कोई नया अनुभव नहीं है, लेकिन शैक्षणिक क्षेत्र में आपके लिए नया अनुभव हो सकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा व स्वास्थ्य उनकी सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए सरकार आधुनिक तकनीक ला रही है। शिक्षा के क्षेत्र में कई योजनाएं शुरू हो चुकी है। सुखाश्रय व सुख शिक्षा योजना के तहत अनाथ व विधवाओं के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दी जा रही है। हिमाचल प्रदेश असर के सर्वे में पूर्व सरकार के समय में जहां पिछड़ गया था, आज देश भर में नम्बर वन पर है। सी.एम. सुक्खू ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2032 तक हिमाचल प्रदेश में देश की बैस्ट शिक्षा देंगे।
घट रही छात्र संख्या को देख सरकार ने लाया राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल का कॉन्सैप्ट
सीएम सुक्खू ने सरकारी स्कूलों में घट रही छात्रों की संख्या पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों हाई क्वालीफाइड शिक्षक हैं, बावजूद इसके संख्या घट रही है। प्रदेश सरकार ने इसको समझा और एक नया कॉन्सैप्ट राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल में लाया है। इसके तहत प्रदेश भर में आधुनिक सुविधाओं के साथ स्कूलों का निर्माण किया जाएगा, जिसमें बच्चों व शिक्षकों को एक छत के नीचे अच्छा शैक्षणिक वातावरण मिलेगा। सीएम ने कहा कि इसके लिए फर्स्ट स्टेज पर एलीमैंट्री स्कूल बनाए जाएंगे। इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा है कि सरकार ने नर्सरी से 12वीं कक्षा तक एक ही निदेशालय बनाने का फैसला लिया है। उसके लिए युक्तिकरण प्रक्रिया जारी है।
शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया कठिन थी : शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इसके लिए शिक्षकों की चयन की प्रक्रिया कठिन थी। सरकार ने इस दौरे के लिए पूरी तरह पारदर्शी मैरिट आधारित चयन प्रक्रिया अपनाई, जिससे प्रदेश के सबसे योग्य शिक्षकों को यह अवसर प्राप्त हुआ। इससे पहले भी 267 शिक्षकों को और बच्चों को भी शैक्षणिक भ्रमण पर भेजा जा चुका है।
क्या कहते हैं शिक्षा सचिव
शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने कहा कि शिक्षकों और बच्चों को देश के अन्य राज्यों व देश के बाहर शैक्षणिक भ्रमण करने का मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा कि समग्र शिक्षा निदेशक के राजेश शर्मा के प्रयासों से ही स्टार्स कार्यक्रम के तहत सिर्फ हिमाचल प्रदेश देश का एकमात्र राज्य था, जिसको बच्चों को भ्रमण करवाने की अनुमति मिली थी, जिसके कारण हिमाचल की सफलता को देखते हुए इस वर्ष केंद्र ने कुछ अन्य राज्यों को भी अनुमति दी है। कार्यक्रम के अंत में समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने सिंगापुर शैक्षणिक भ्रमण पर जा रहे सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं। राजेश शर्मा ने कहा कि हिमाचल के शिक्षकों को पहली बार विदेश भेजने की शुरुआत पिछले वर्ष हुई थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के निर्देशानुसार शैक्षणिक भ्रमण के लिए शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया अपनाई गई है।
मिड-डे मील में होगा सुधार, बनेगी एसओपी
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में मिल रहे मिड-डे मील के खाने में सुधार किया जाएगा। बच्चों के खाने के लिए एस.ओ.पी. तैयार की जा रही है।
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