CM जयराम बोले-हिमाचल में विकसित किए जाएंगे थीम आधारित पर्यटन सर्किट

Sunday, Feb 03, 2019 - 10:47 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश में थीम आधारित पर्यटन सर्किट विकसित किए जाएंगे। सरकार थीम आधारित पर्यटन सर्किट को उच्च पर्यटक मूल्य, प्रतिस्पर्धा और स्थिरता के सिद्धांतों पर विकसित करने का विचार कर रही है। इस उद्देश्य के लिए सभी हितधारकों की आवश्यकताओं और चिंताओं पर ध्यान केंद्रित करके समन्वित प्रयास किए जाएंगे। इससे यहां आने वाले पर्यटकों को अच्छे अनुभव मिलेंगे तथा रोजगार के अवसरों को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को एम.ई.ई.एच.आई.टी. के ओजस हिरानी और हितेश त्रिवेदी द्वारा हिमाचल प्रदेश के पर्यटन विकास पर प्रस्तुति की अध्यक्षता करते हुए कही।

बौद्ध सर्किट विकसित करने पर विचार कर रही सरकार

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आने वाले वर्षों में पर्यटन, भारत सरकार द्वारा आरंभ की गई स्वदेश दर्शन योजना आरम्भ होने के साथ, पूर्ण परिवर्तन की ओर अग्रसर है। राज्य की विभिन्न जलवायु परिस्थितियां, विविध संस्कृति और प्राकृतिक भव्यता के कारण यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल में स्थित कई बौद्ध मठों के मद्देनजर यहां बौद्ध सर्किट विकसित करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य भी विभिन्न कला एवं संस्कृति का केंद्र है और इसका प्रभाव हिमाचल प्रदेश की कला और संस्कृति में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जहां लोग मेलों और त्यौहारों में विश्वास रखते हैं तथा पूरे वर्ष विभिन्न अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।

राजस्व और रोजगार सृजन में ऊंची छलांग लगाएगा राज्य

उन्होंने कहा कि इन सर्किटों को विविध सांस्कृतिक गंतव्यों के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां पर्यटक यहां की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का आनंद ले सकेंगे और हिमाचल प्रदेश की कला व संस्कृति के बारे में जान सकेंगे। उन्होंने कहा कि इनसे राज्य पर्यटन से अधिक राजस्व और रोजगार सृजन में ऊंची छलांग लगाएगा, साथ ही हिमाचल पर्यटकों के लिए अधिक आकर्षक स्थान बनेगा। ओजस हिरानी और हितेश त्रिवेदी ने राज्य में बुद्ध सर्किट, सांस्कृतिक पार्क और शिव धाम के विकास पर प्रस्तुति दी। इस मौके पर मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. श्रीकांत बाल्दी, अनिल खाची, रामसुभग सिंह, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव संजय कुंडू व भाषा एवं संस्कृति विभाग के निदेशक के.के. शर्मा भी उपस्थित थे।

Vijay