हिमाचल में कृषि, पर्यटन, परिवहन व अधोसंरचना क्षेत्र में निवेश को जर्मनी ने दिखाई रुचि

Tuesday, Jun 11, 2019 - 10:29 PM (IST)

शिमला: जर्मनी ने हिमाचल प्रदेश में कृषि, पर्यटन, परिवहन और अधोसंरचना क्षेत्रों में निवेश में रुचि दिखाई है, साथ ही इस क्षेत्र में निवेश के लिए प्रस्ताव पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की बात कही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) के राइनलैंड प्रांत के कृषि, पर्यटन, परिवहन और विटीकल्चर (वाइन मैकिंग) मंत्री डॉ. वॉल्कर विसिंग ने मुलाकात के दौरान निवेश की संभावनाओं को लेकर व्यापक चर्चा की। मुख्यमंत्री ने मंत्री डॉ. वॉल्कर विसिंग को बताया कि हिमाचल में कृषि, पर्यटन, परिवहन और अधोसंरचना क्षेत्रों में निवेश की व्यापक संभावनाएं हैं। इसके लिए प्रदेश में माहौल अनुकूल है। शांतिप्रिय राज्य होने के साथ-साथ प्रदेश में बिजली और पानी की उपलब्धता के अलावा कई तरह की रियायतें दी जा रही हैं।

ग्लोबल इन्वैस्टर मीट में शामिल होने का निमंत्रण दिया

उन्होंने मंत्री को राइनलैंड के सरकारी एवं व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में होने वाली ग्लोबल इन्वैस्टर मीट में शामिल होने का निमंत्रण दिया। डॉ. विसिंग ने हिमाचल प्रदेश के साथ मिलकर कार्य करने में गहरी रुचि व्यक्त की। उन्होंने मुख्यमंत्री को जर्मनी की तरफ से प्रयोग की जा रही तकनीकों को और गहराई से समझने के लिए दोबारा राइनलैंड आने का निमंत्रण दिया, जिसके माध्यम से जर्मनी सतत् एवं विश्व स्तरीय अधोसंरचना का निर्माण कर रहा है।

मुख्यमंत्री के साथ ये रहे मौजूद

उद्योग मंत्री विक्रम सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं प्रधान निजी सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग मनोज कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विनय सिंह, फै्रंकफर्ट में भारत के महावाणिज्यदूत प्रतिभा पारकर और कॉन्फैडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के प्रतिनिधि भी इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ थे। इससे पहले मुख्यमंत्री के साथ फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर पहुंचे प्रतिनिधिमंडल का वहां भारत के महावाणिज्यदूत प्रतिभा पारकर ने स्वागत किया। अपनी इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने निवेशकों से मिलकर चर्चा की और उन्हें ग्लोबल इन्वैस्टर मीट में आने का न्यौता दिया। निवेशकों ने भी हिमाचल प्रदेश आकर निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करने की बात कही।

Vijay