आदि हिमानी-चामुंडा व भुंतर-बिजली महादेव रोप-वे के निर्माण में देरी पर सीएम ने लताड़े अधिकारी

Thursday, Dec 24, 2020 - 06:44 PM (IST)

शिमला (अभिषेक): जिला कांगड़ा में आदि हिमानी-चामुंडा जी रोप-वे व कुल्लू में भुंतर-बिजली महादेव रोप-वे के निर्माण में देरी पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने संबंधित अधिकारियों को लताड़ लगाई है। वीरवार को पर्यटन विकास बोर्ड की 10वीं बैठक में मुख्यमंत्री ने इन दोनों रोप-वे के निर्माण कार्य से संबंधित फीडबैक लिया। आदि हिमानी व चामुंडा जी रोप-वे और भुंतर-बिजली महादेव रोप-वे के लिए रियायत समझौते पर हस्ताक्षर हो चुके हैं लेकिन कार्य में देरी हो रही है, ऐसे में मुख्यमंत्री ने कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि निष्पादन एजैंसी को उन पर्यटन परियोजनाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करनी चाहिए।

अगले वर्ष जून माह में पूरा होगा धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोप-वे का निर्माण

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री आनंदपुर साहिब से श्री नयनादेवी जी रोप-वे के लिए रियायत समझौता और पूर्व व्यवहार्यता (प्री-फिजिबिलिटी) रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया गया है। यह परियोजना 200 करोड़ रुपए खर्च कर पूर्ण की जाएगी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला से मैक्लोडगंज रोप-वे का निर्माण अगले वर्ष जून माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इस परियोजना के कार्यशील होने पर राज्य को 1 करोड़ रुपए वार्षिक फीस प्राप्त होगी। पर्यटन सचिव देवेश कुमार ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि राज्य में कार्यान्वित की जा रहीं सभी पर्यटन परियोजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाएगा।

लाइट एंड साऊंड शो का कार्य मार्च तक होगा पूरा

मुख्यमंत्री ने कहा कि लाइट एंड साऊंड शो का कार्य मार्च 2021 तक पूरा हो जाएगा और यह टाऊन हाल द मॉल शिमला में राज्य की संस्कृति, परंपरा और अनछुए मनमोहक स्थानों की झलक प्रस्तुत करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वदेश दर्शन योजना के हिमालयन सर्किट के तहत सोलन जिला के क्यारीघाट में कन्वैंशन सैंटर का कार्य पूर्ण होने वाला है। उन्होंने कहा कि 30 करोड़ रुपए लागत की यह परियोजना अगले साल मार्च तक पूर्ण हो जाएगी।  

इंस्टीच्यूट ऑफ होटल मैनेजमैंट में स्तरोन्नत करने की मंजूरी

केंद्र सरकार ने 11.75 करोड़ रुपए की लागत से फूड क्राफ्ट इंस्टीच्यूट धर्मशाला को इंस्टीच्यूट ऑफ होटल मैनेजमैंट में स्तरोन्नत करने के लिए मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए 4.10 करोड़ रुपए की पहली किस्त प्राप्त हो गई है। उन्होंने कहा कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत आध्यात्मिक सर्किट के एकीकृत विकास के तहत 100 करोड़ रुपए की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट भारत सरकार को मंजूरी के लिए भेजी गई है।

शिल्प मेला आयोजित करने को 95 बीघा भूमि चिन्हित

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सूरजकुंड शिल्प मेले की तर्ज पर राज्य में शिल्प मेला आयोजित करने का भी निर्णय लिया है, जिसकेे लिए कालका-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगभग 95 बीघा भूमि चिन्हित की गई है। 

ये रहे बैठक में मौजूद

बैठक में मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) आरडी धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जेसी शर्मा, सचिव (आयुर्वेद) डॉ. अजय शर्मा, सचिव (वित्त) डॉ. अक्षय सूद, सचिव युवा सेवाएं एवं खेल एसएस गुलेरिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

Vijay