CM जयराम बोले-पर्यटन क्षेत्र में 8071 करोड़ के 72 MOU साइन

Thursday, Sep 05, 2019 - 10:52 PM (IST)

शिमला: प्रदेश सरकार ने पर्यटन क्षेत्र में 10 हजार करोड़ रुपए के लक्ष्य के मुकाबले अब तक 8071 करोड़ रुपए लागत के 72 समझौता ज्ञापन भावी उद्यमियों के साथ हस्ताक्षरित किए हैं। इन्हें हिम प्रगति वैबसाइट पर भी अपलोड किया गया है। यह जानकारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए नई पर्यटन नीति तैयार की जा रही है, जिसका कार्य अंतिम चरण में है। नई पर्यटन नीति में राज्य के नए गंतव्यों को विकसित करने और शिमला व मनाली जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों से भीड़भाड़ कम करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

अक्तूबर माह में तैयार होगी प्रदेश पर्यटन सतत् विकास योजना

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन सतत् विकास योजना भी इस वर्ष अक्तूबर माह तक तैयार हो जाएगी, जिसके अंतर्गत सुनियोजित पर्यटन विकास सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा के पौंग डैम को नई राहें नई मंजिलें योजना के अंतर्गत जल क्रीड़ा स्थल के तौर पर विकसित किया जा रहा है। यहां पर प्रदूषण रहित वाहन, शिकारा, हाऊस बोट और फ्लोटिंग रेस्तरां सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे। बैठक में मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, प्रधान सचिव राजस्व ओंकार शर्मा, पर्यटन विभाग के निदेशक यूनुस और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

जंजैहली क्षेत्र को ईको पर्यटन के लिए किया जाएगा विकसित

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जिला मंडी के जंजैहली क्षेत्र को ईको पर्यटन के लिए विकसित करने के प्रयास कर रही है। प्रमुख औद्योगिक घराना क्लब महेंद्रा जंजैहली में टूरिस्ट रिजोर्ट की स्थापना करने जा रहा है। प्रदेश सरकार जंजैहली से रायगढ़ और उससे आगे शिकारी माता तक रज्जु मार्ग निर्मित करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि जंजैहली क्षेत्र में और अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से यहां एक मनोरंजनात्मक/पारम्परिक केंद्र भी स्थापित किया जाएगा।

चांशल क्षेत्र में स्काई रिजोर्ट के लिए आमंत्रित करेंगे निविदाएं  

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला जिला के चांशल क्षेत्र में स्काई रिजोर्ट स्थापित करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवीधार और पंजैन व बिजाही आदि में कैंपिंग साइट विकसित की जाएगी। इसके अलावा बगलामुखी नेचर पार्क में इंटरप्रटेशन केंद्र स्थापित करना भी प्रस्तावित है। पंडोह के पास लॉग हट का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला कांगड़ा के बीड़ बिलिंग को पैराग्लाइडिंग व साहसिक खेलों के गंतव्य के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि यह क्षेत्र विश्व पर्यटन मानचित्र पर उभर सके।

Vijay