जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त करना आजाद भारत का सबसे बड़ा निर्णय : जयराम

Tuesday, Aug 20, 2019 - 03:56 PM (IST)

शिमला (योगराज): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के निर्णय पर व्यक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि आजादी के समय 562 रियासतों में से 561 रियासतों को बल्लभ भाई पटेल की सूझबूझ से भारत मे विलय कर लिया गया लेकिन राजा हरि सिंह के जम्मू-कश्मीर को जवाहर लाल नेहरू ने अलग रूप दे दिया। जनसंघ शुरू से ही इसके खिलाफ था। आज केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाकर भारत देश को एक सूत्र में पिरो दिया है। आजाद भारत का ये सबसे बड़ा निर्णय है, जिसने देश में एक देश एक विधान ला दिया, जिसके लिए पीएम नरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री दोनों बधाई के पात्र हैं। 370 खत्म होने से रोजगार, पर्यटन बढ़ेगा, महिलाओं को उनके अधिकार मिलेंगे, व्यवसाय ऊंचाइयों को छूएगा। लद्दाख के लोग भी सरकार के इस फैसले से खुश हैं।

नियम 130 के तहत भारी बरसात से हुए नुकसान पर हुई चर्चा

मुख्यमंत्री के व्यक्तव्य के बाद नियम 130 के तहत विधायक जगत सिंह नेगी, अनिरुद्ध सिंह, राम लाल ठाकुर, मोहन लाल बरागटा, कर्नल इंद्र सिंह, राजिंद्र गर्ग व राकेश सिंघा की प्रदेश में भारी बरसात से हुए नुकसान बारे में चर्चा शुरू हुई लेकिन चर्चा में सिर्फ 2 भाजपा सदस्यों कर्नल इन्द्र सिंह व राजिंद्र गर्ग ने ही भाग लिया जबकि बाकी सदस्य चर्चा से अनुपस्थित रहे। सदस्यों की अनुपस्थिति पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने सदन में कड़ी निंदा की। उन्होंने सदन के वाकआउट को गैर-जरूरी बताया और कहा कि इतने महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा की बजाय विपक्ष का सदन से बाहर जाना उचित नहीं है। उन्होंने विपक्ष से सदन में आने का अनुरोध किया।

ऊना मामले में विपक्ष की एसपी को हटाने की मांग गलत

मुख्यमंत्री बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि सरकार ने अपने कार्यकाल में बदले की भावना से बिल्कुल काम नहीं किया है। ऊना मामले को लेकर सरकार जांच करवाने को तैयार है। 15 दिन की जांच के बाद सरकार कार्यवाही को तैयार है बावजूद इसके विपक्ष एसपी को हटाने की मांग कर रहा है जोकि गलत है। आज बरसात से नुक्सान पर महत्वपूर्ण चर्चा में भी विपक्ष की गैर-मौजूदगी समझ से परे है। पीएसओ के खिलाफ कार्यवाही को विधायक के सम्मान के साथ जोडऩा सही नहीं है। इस तरह से अड़कर व लड़कर चलना लोकतंत्र के लिए ठीक नही है। इसलिए विपक्ष को प्रदेश की जनता की भलाई के लिए अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए।

ऊना में कांग्रेस विधायक के साथ कुछ नहीं हुआ : महेंद्र ठाकुर

आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर एक बार फिर अपनी बात करने के लिए उठे और कहने लगे कि पहले उन्हें अपनी बात रखने नहीं दी गई। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उस समय माहौल को शांत करने के लिए उनको बिठाया गया। महेंद्र ठाकुर अपनी बात करने उठे और कहा कि वीरभद्र सरकार के दौरान जनसभा में अपनी बात रखने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने उन्हें मंच से पुलिस द्वारा उठवाकर जेल में डाल दिया था। इतना ही नहीं, विधायक होते हुए भी उनको पुलिस ने पीटा था। ये सब कांग्रेस भूल गई है। कांग्रेस अब अपनी करारी हार को छुपाने के लिए खबरों में सुर्खियां बटोरने के लिए इस तरह का विरोध कर रही हैं। ऊना में तो कांग्रेस विधायक के साथ कुछ हुआ ही नहीं है।

Vijay