नार्वे व सीरिया के राजदूतों से मिले CM जयराम, बोले-निवेश की संभावनाएं अपार

Thursday, Jun 28, 2018 - 09:43 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश में जल विद्युत उत्पादन और पर्यटन में विशेष रूप से ईको टूरिज्म और नागरिक उड्डयन क्षेत्र में विदेशी निवेश की अपार सभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ओक ओवर में नार्वे व सीरिया में भारत के राजदूत कृष्ण कुमार व मनमोहन भनोट से मुलाकात के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में उपलब्ध अपार विद्युत क्षमता बिजली क्षेत्र में निवेश के लिए अत्यधिक संभावनाएं प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार संभावित उद्यमियों और निवेशकों को कई प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि सुरंग निर्माण एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें नार्वे राज्य में निवेश कर सकता है क्योंकि हिमाचल और नार्वे की भौगोलिक परिस्थितियां एक समान हैं।


मत्स्य पालन क्षेत्र में नार्वे के साथ सहयोग में प्रदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पहले से ही मत्स्य पालन क्षेत्र में नार्वे के साथ सहयोग कर रहा है क्योंकि भारत-नार्वेजियन ट्राऊट पालन परियोजना कुल्लू जिला के पतलीकूहल में क्रियाशील है। उन्होंने कहा कि नार्वे के सहयोग से राज्य के अन्य भागों में भी ऐसी और अधिक परियोजनाएं स्थापित की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त नार्वे बुनियादी ढांचे के निर्माण और सम्बद्ध क्षेत्रों में निवेश कर सकता है। उन्होंने कहा कि नार्वे ठोस कचरा प्रबंधन के लिए तकनीकी सहयोग में भी निवेश कर सकता है।


राज्यपाल से भी मिले दोनों राजदूत
नार्वे व सीरिया में भारत के राजदूत कृष्ण कुमार व मनमोहन भनोट ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से भी मुलाकात की। इस दौरान हिमाचल प्रदेश में निवेश की संभावनाओं के अलावा अन्य विषयों पर चर्चा होने की सूचना है।

Vijay