अग्निहोत्री बोले-मोदी के दरबार में हिमाचली हितों की रक्षा नहींकर पाए CM जयराम

Thursday, Dec 27, 2018 - 11:09 PM (IST)

शिमला: कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दरबार में हिमाचल के हितों की पैरवी नहीं कर पाए। नतीजतन धर्मशाला में आयोजित रैली हिमाचल के साथ धोखा साबित हुई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को कौन समझाए कि मंच पर अपनी फिल्म दिखाकर प्रदेश का कोई भला नहीं होता है। अग्निहोत्री ने धर्मशाला में आयोजित प्रदेश सरकार की रैली को लेकर कहा कि पी.एम नरेंद्र मोदी ने भी जयराम ठाकुर के उस स्वप्न रूपी महल को धराशायी कर दिया जिसको जयराम जनता में पिछले एक महीने से खड़ा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जयराम ने रैली पर जनता के करोड़ों रुपए की आहुति दे डाली और मोदी भी हिमाचल को एक नया पैसा न देकर हिमाचल के साथ फरेब कर गए।

एक साल में एक कदम आगे नहीं सरकी जयराम सरकार

उन्होंने कहा कि जयराम सरकार एक साल में एक कदम आगे नहीं सरकी तो मोदी ने भी हिमाचल के पुराने इतिहास को दोहरा कर ही खुशियां जताईं और लौट गए। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को कहा कि मंच पर हमेशा एक तय रणनीति के मुताबिक प्रदेश हित की बातें उठाई जाती हैं पर सी.एम. ने अपने हित में फिल्म दिखाकर अपनी सियासी समझ का खुलासा किया। मंच पर प्रदेश के हितों और सामूहिक विकास की बात होनी चाहिए थी लेकिन मुख्यमंत्री प्रदेश की राह में बिछे कांटों को साफ  करने की बजाय अपनी राह में बिछे अन्य भाजपा नेताओं को ही साफ  करने में लगे रहे। 

पी.एम. ने मजाक उड़ाने का ही काम किया

अग्रिहोत्री ने कहा कि पी.एम. मोदी ने नाटकीय अंदाज में प्रदेश की जनता का मजाक उड़ाने का ही काम किया। उन्होंने कहा कि ताली पीट-पीट कर पी.एम. मोदी ने यह तो खूब कहा कि जब वह पहले हिमाचल आए थे तब उन्होंने शिमला से यह ऐलान किया था कि ऐसी सस्ती हवाई सेवाएं देंगे कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा करेगा पर हवाई यात्रा कितनी सस्ती हुई या कितनी फ्लाइट बढ़ीं, इसका भी उनको कोई इल्म नहीं है। 

अस्तित्व बचाने के लिए किया आयोजन, सैंट्रल यूनिवर्सिटी पर नहीं खुली जुबान

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पी.एम. मोदी और सी.एम. जयराम ने प्रदेश के साथ बहुत बड़ा धोखा और फरेब किया है। सी.एम. ने सोचा था कि वह करोड़ों लुटाकर पी.एम. को लूट लेंगे लेकिन कर्ज का एक नया पैसा तक वह माफ  नहीं करवा पाए। एन.एच. का कोई जिक्र तक नहीं हुआ। जिस सैंट्रल यूनिवर्सिटी का हल्ला मचाया हुआ था, उस पर पी.एम.-सी.एम. की जुबान तक नहीं खुली। अग्निहोत्री ने कहा कि यह रैली प्रदेश के हितों के लिए नहीं बल्कि जयराम ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए आयोजित की थी।

पर्यटन की बात तो की पर दिया कुछ नहीं

पर्यटन पर पी.एम. की कही गई बातों पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यदि पी.एम. मोदी को इतना ही प्यार हिमाचल से था तो किसी योजना का ऐलान करते। वीरभूमि हिमाचल के प्रति इतना ही सम्मान था तो वह हिमालयन रैजीमैंट बाबत कोई ऐलान करते। धार्मिक पर्यटन को लेकर ही कुछ खुलासा कर देते।

Vijay