कांग्रेस कार्यालय में झड़प मामला : राहुल गांधी ने रजनी पाटिल से तलब की रिपोर्ट

Thursday, Jan 17, 2019 - 09:47 PM (IST)

शिमला: नवनियुक्त कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के पदभार संभालने के कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुछेक समर्थकों द्वारा की गई नारेबाजी और उसके बाद हुए लड़ाई-झगड़े की सूचना दिल्ली तक पहुंच गई है। इस संबंध में हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल से खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रिपोर्ट मांग ली है क्योंकि राठौर की ताजपोशी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और सुखविंदर सुक्खू के बीच तल्ख बयानबाजी का दौर चल रहा है। इससे नवनियुक्त अध्यक्ष को शुरू से ही कमजोर साबित करने की कोशिशों को हाईकमान ने भांप लिया है। इसके चलते आज दिल्ली से पहुंची सूचना के बाद रजनी पाटिल ने कांग्रेस के अंदर मचे इस घमासान को खत्म करने और संगठन में फेरबदल कर लोकसभा चुनावों में उतरने को लेकर मुकेश अग्रिहोत्री और कुलदीप राठौर की राय जानी।

रजनी पाटिल की अग्रिहोत्री-कुलदीप के साथ हुई लंबी मंत्रणा

शहर के एक प्रतिष्ठित होटल में आज हिमाचल कांग्रेस की प्रभारी रजनी पाटिल ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के साथ अलग-अलग बैठकें कीं। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच करीब सवा घंटे तक संगठन से जुड़े विभिन्न मुद्दों और आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा हुई। इसके साथ ही ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर भी उन्होंने नेता प्रतिपक्ष से विचार-विमर्श किया। माना जा रहा है कि अध्यक्ष पद पर हुए बदलाव के बाद आने वाले दिनों में संगठन में व्यापक फेरबदल किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार इस बारे भी पाटिल ने नेता प्रतिपक्ष से चर्चा की है ताकि संगठन को मजबूती प्रदान की जा सके। सूचना के अनुसार रजनी पाटिल शुक्रवार को भी कुछ नेताओं व पदाधिकारियों से मिल सकती हैं ताकि सभी को साथ लेकर लोस चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित की जा सके।

पूर्व प्रदेशाध्यक्ष बोले-किसी के समर्थन में नहीं

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मुख्य रूप से पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर और कुलदीप कुमार ने पूर्व सी.एम. वीरभद्र सिंह और पूर्व पार्टी अध्यक्ष सुक्खू के बीच चली जुबानी जंग में किसी का भी समर्थन करने से साफ इंकार किया है। सूत्रों के अनुसार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश प्रभारी को स्पष्ट किया है कि उन्होंने किसी के भी समर्थन में कोई बयान जारी नहीं किया है। इसके साथ ही कुछ अन्य पदाधिकारियों ने भी सुक्खू के समर्थन को लेकर दिए गए बयान से पल्ला झाड़ लिया है। पदाधिकारियों का तर्क था कि उन्हें बिना पूछे उनके नाम से बयान जारी किए गए हैं, ऐसे में इस मामले का भी पाटिल ने कड़ा संज्ञान लिया है। संबंधित बयान पार्टी मुख्यालय से जारी हुए थे जिसकी रिपोर्ट पाटिल द्वारा मांगी जाने की सूचना है।

Vijay