CITU ने लगाया IGMC प्रबंधन पर करोड़ों के घोटाले का आरोप, जानिए पूरा मामला

Thursday, Sep 19, 2019 - 04:26 PM (IST)

शिमला (तिलक): सीटू ने आइजीएमसी प्रबंधन पर करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। सीटू राज्य अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए आइजीएमसी प्रबंधन व रेनबो सिक्योरिटी एटरप्राइजेज पर करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन व सिक्योरिटी सर्विसेज की मिलीभगत के चलते एक वर्ष में एक करोड़ 10 लाख का घोटाला हुआ है। रेनबो एंटरप्राइज ने ठेके कि प्रक्रिया को दरकिनार कर 189 सिक्योरिटी कर्मचारियों की भर्तियां के स्थान पर केवल 137 कर्मचारियों की भर्ती की जबकि 52 कर्मचारी कम रखे गए।

कागजों में जितने कर्मचारी व व वेतन दर्शाया गया उसके स्थान पर कम कर्मचारी रख कर उन्हें कम वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ठेके की शर्तों को विपरीत रेनबो एंटरप्राइज ने कम सिक्योरिटी गार्ड रखे। सिक्योरिटी अफसर का वेतन 50 हजार था जिसे केवल 18से 23 हजार वेतन दिया जा रहा है। आइजीएमसी का रेड क्रोस भवन असुरक्षित घोषित होने के बावजूद भी उस भवन में कम्पनी को कमरे दिए गए है।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि टेंडर वितरण प्रक्रिया में बिना लाइसेंस के रेनबो कम्पनी को किस आधार पर ठेका दिया गया। यहां तक कि रेनबो एंटरप्राइज ने ठेके की शर्तों को पूरा नही किया बावजूद इसके एक वर्ष पहले कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बावजूद कंपनी को एक्सटेंशन क्यों दी गई? उन्होंने कहा जो कम रखे गए कर्मचारी है उनका वेतन कहां है। रेनबो इंटरप्राइजेज की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए विजेंदर मेहरा ने कहा कि आखिर प्रबंधन की क्या मजबूरी है जो कम्पनी का ठेका बरकरार है। उन्होंने इस मामले की जांच उच्च न्यायालय के न्यायधीश से करवाये जाने की मांग करते हुए कहा कि सीटू इस मामले को लेकर उच्च न्यायलय के न्यायधीश को पत्र लिखकर न्यायिक जांच की मांग करेगा।

Ekta