स्कूल में बच्चों को मिलेगा फ्रैंडली और तनावमुक्त माहौल, NCRT ने शुरू किया अनोखा कार्यक्रम

Friday, Oct 18, 2019 - 04:41 PM (IST)

शिमला (योगराज) : देशभर में सामने आ रही स्कूली बच्चों की पढ़ाई के तनाव के कारण आत्महत्या की घटनाओं को देखते हुए एनसीईआरटी देशभर में बच्चों को स्कूल में फ्रैंडली और तनावमुक्त माहौल देने के लिए अध्यापकों को तैयार कर रहा है। एनसीईआरटी निष्ठा अभियान के अंतर्गत देश के 220 लाख एलिमेंट्री अध्यापकों को स्कूल में बच्चों को किस तरह से पढ़ाना है और किस तरह से बच्चे की ओवरऑल पर्सनैलिटी को विकसित करना है ताकि वे भविष्य में day-to-day लाइफ में सामने आने वाली हर समस्या को खुद हल करने योग्य बन सके, इस तरह की ट्रेनिंग दे रहा है।

हिमाचल प्रदेश के स्कूलों के अध्यापकों के लिए भी इसी अभियान के तहत शिमला में पांच दिवसीय ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। जिसके तहत हिमाचल प्रदेश में 354 अध्यापकों को स्टेट रिसोर्स ग्रुप के रूप में तैयार किया जाएगा। एनसीआरटी के डायरैक्टर प्रोफैसर ऋषिकेश सेनापति ने बताया कि प्रथम चरण में निष्ठा के तहत बिलासपुर, चंबा, सिरमौर, शिमला, लाहुल, किन्नौर और सोलन जिलों के 140 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। दूसरे चरण में बाकी बचे शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन शिक्षकों को स्टेट रिसोर्स ग्रुप के रूप में तैयार किया जाएगा। ये आगे ब्लॉक स्तर पर जाकर 41000 शिक्षकों को प्रदेश में प्रशिक्षण देंगे।डायरेक्टर एनसीआरटी ने बताया कि कंटेंट मास्टरिंग से कंपीटेंसी मास्टरिंग की ओर बढ़ रहे हैं जिसमें बच्चे की प्रॉब्लम सॉल्विंग एबिलिटी विकसित करना, क्रिएटिविटी, कम्युनिकेशन स्किल विकसित करने का काम भी अध्यापक करेंगे।एनसीआरटी देश भर अध्यापकों को इसके लिए ट्रेनिंग दे रहा है।

उन्होंने कहा कि शिमला में भी प्रदेश के अध्यापकों के लिए 5 दिवसीय ट्रेनिंग दी जा रही है। पांच दिन की ट्रेनिंग में 12 मॉड्यूल पर एनसीआरटी ट्रेनिंग दे रहा है जिसमें पांच सब्जेक्ट मॉड्यूल और बाकी सोसिओ पर्सनल मॉड्यूल पर बच्चे की स्किल को कैसे विकसित करना इसको लेकर ट्रेनिग दी जाएगी। तनाव के कारण आत्महत्या जैसी घटनाओं को बच्चें अंजाम दे रहे हैं। कार्यक्रम के भविष्य में बहुुत अच्छे परिणाम सामने आएंगे। गौरतलब है कि त्रिपुरा में एनसीआरटी ने इस ट्रेनिंग कार्यक्रम की शुरुआत की थी जिसके सफल होने पर देश भर में इस अभियान को शुरू करने का सरकार ने निर्णय लिया है।

Edited By

Simpy Khanna