बिंदल की तरह कुंदन बनकर सामने आये मुख्यमंत्री, नैतिकता के आधार पर दे इस्तीफा : विक्रमादित्य

Monday, Jun 08, 2020 - 01:53 PM (IST)

शिमला (योगराज) : कोरोना संकट में प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में हुए कथित लेनदेन मामले को लेकर हिमाचल कांग्रेस लगातार सरकार पर दबाव बनाती जा रही है। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री का एक बार फिर से इस्तीफा मांगा है और कहा है कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल ने नेतिकता के आधार पर इस्तीफा देकर कुंदन बनकर पूरे मामले में निष्पक्ष बाहर आने की बात कही है अब बारी मुख्यमंत्री की है वे भी कुंदन बनकर मामले को लेकर इस्तीफा दे क्यूंकि वे स्वास्थ्य मंत्री भी है। कांग्रेस जांच सही न होने पर हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएगी। 

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में हुए स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार ने हिमाचल प्रदेश की बदनामी देश भर में की है। प्रदेश के लोगों ने संकट के समय में दिल खोल कर मदद की है लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने लोगों की कमाई पर डाका डालने का काम किया है यह प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार मामले की विजिलेंस सही जांच नहीं कर रही है क्योंकि होम डिपार्टमेंट भी मुख्यमंत्री के पास ही है इसलिए विजिलेंस इसमें सही जांच नहीं कर सकती है। कांग्रेस पार्टी से पहले भी राज्यपाल के माध्यम से मामले को लेकर हाईकोर्ट के सीटिंग जज से जांच करवाने की मांग की है और अब भी इसी बात को लेकर कांग्रेस आने वाले कुछ दिनों में हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी और मामले की जांच अपने अधीन करवाने की मांग करेगी। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की अधिकारियों पर पकड़ कमजोर है। मुख्यमंत्री कहते कुछ है और अधिकारी करते कुछ हैं। सरकार कोरोना की मार झेल रहे होटेलियर और बागवानों के लिए कोई मदद नहीं दे रही है। प्रदेश में पर्यटन कारोबार पूरी तरह से कोरोना के कारण प्रभावित हुआ है। सेब सीजन शुरू होने वाला है। सरकार नेपाली लेबर को लाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। सरकार के अंदर गुटबाजी भी सामने आ रही है। क्योंकि कभी पत्र बम आ रहे हैं तो कभी कांगड़ा के विधायक गुपचुप  मीटिंग कर रहे हैं जो दिखाता है कि सरकार में सब ठीक नहीं चल रहा है।

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prashant sharma