मां की मौत के बाद नरक जैसी हो गई थी चमन की जिंदगी, समाजसेवी संस्था व SDM बने सहारा

Saturday, Sep 14, 2019 - 08:38 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): इंसान की जिंदगी में मां का क्या महत्व होता है, इसका जीता-जागता उदाहरण जिला मंडी के नाचन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत चांबी के गांव मझरोट में देखने को मिला है। यहां 33 वर्षीय युवक चमन लाल पुत्र नागणू राम अपनी मां के देहांत के बाद डिप्रैशन में जाने के कारण नारकीय जीवन जी रहा है। चमन लाल तकरीबन 8 साल से एक कमरे में ही रह रहा है। उसका कच्चा स्लेटपोश मकान पूर्ण रूप से नष्ट हो गया है। चमन लाल को समाजसेवी संस्था ने एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान की मदद से नेरचौक मैडीकल कॉलेज में उपचार के लिए भर्ती किया है, जहां वह मानसिक रोग विभाग में उपचाराधीन है। चमन लाल शारीरिक रूप से क्षीण व गंभीर रूप से बीमार है। हालांकि इसके रिश्ते में एक भाई और भाभी ह, लेकिन वह यहां नहीं रहते हैं।

गरीबी के बावजूद पढ़ाई में रहा अव्वल

स्थानीय गांव के आदर्श युवक मंडल के प्रधान चुन्नी लाल ने कहा कि चमन लाल बचपन से ही पढ़ाई में तीक्षण बुद्धि वाला था। उसके परिवार की आर्थिक हालत बहुत खराब होने के कारण वह उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाया। स्कूल के अध्यापकों द्वारा ही चमन लाल की पढ़ाई का खर्च वहन किया जाता था। वह अपनी पढ़ाई के दौरान हमेशा अव्वल रहने के साथ प्रथम श्रेणी में ही पास होता था लेकिन समय की मार के कारण आजकल डिप्रैशन से ग्रसित हो गया है। उन्होंने कहा कि चमन लाल के परिवार के घर के निर्माण के लिए आदर्श युवक मंडल द्वारा भी नाचन विधायक से धनराशि मंजूर करवाई गई थी लेकिन भूमि के मालिक न होने के कारण चमन लाल के घर के लिए धन रिलीज नहीं हो पाया।

गरीबी के बावजूद सरकारी योजनाओं से वंचित

चमन लाल को प्रदेश सरकार की ओर से पंचायत व किसी भी स्तर पर किसी भी तरह की कोई अन्य कल्याणकारी मदद नहीं मिल पाई है। चमन 8 साल से दुनिया से अलग अपने पुराने कच्चे टूटे-फूटे मकान में रह रहा था, जहां उसके नजदीक के परिवार एक वक्त का भोजन परोस देते। बीते काफी समय से चमन का जहां मन करता वहां शौच भी कर देता था।

कानूनी अड़चन के कारण नहीं मिली दादा की खरीदी हुई जमीन

स्थानीय वार्ड के पूर्व मेंबर मोहन लाल ने कहा कि चमन की मां की मृत्यु के उपरांत इसकी हालत और खराब हो गई। उन्होंने कहा कि चमन लाल पिछले काफी समय से इस कमरे से बाहर नहीं निकलता है। पड़ोस के सोभा राम, फतेह सिंह, रूप लाल और इनके परिवार चमन लाल को रोटी देते हंै। चमन कोई काम नहीं करता है। उन्होंने कहा कि इसके दादा के समय की खरीदी गई घर की जमीन कानूनी अड़चन से इनके नाम नहीं हुई है। जमीन इसके नाम पर नं होने के कारण पंचायत से 2 बार मंजूर हुए मकान की राशि नहीं मिल पाई।

चमन की सहायता को समाज सेवी संस्था आई सामने

बड़का भाऊ टीम के सदस्य ई. महेश शर्मा व रूपेश शर्मा व जसवीर सिंह ने कहा कि समाजसेवी संजय शर्मा उर्फ बड़का भाऊ की सूचना पर उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर युवक को इस हाल में देखा तो दिल दुखी हो गया। उन्होंने कहा कि चमन लाल की दयनीय स्थिति को लेकर एसडीएम राहुल चौहान को वीडियो कॉल द्वारा हालात बताए और मदद मांगी गई।

एसडीएम राहुल चौहान ने दिया मानवता का परिचय

समाजसेवी ई. महेश शर्मा ने कहा कि पीड़ित चमन लाल की खराब हालत को लेकर एसडीएम राहुल चौहान ने युवक को सर्वप्रथम इलाज करवाने के लिए नेरचौक मैडीकल कॉलेज में भेजा है। जहां बड़का भाऊ टीम के सदस्य की निगरानी में मानसिक रोग विभाग में उसका इलाज चल रहा है। लोगों ने टीम व मजबूर की मदद के लिए एसडीएम सुंदरनगर का धन्यवाद जताया है। ई. महेश शर्मा ने कहा कि एसडीएम रने चमन लाल के लिए मकान बनाने में मदद का भरोसा दिया है।

Vijay