केंद्रीय चुनाव आयोग ने मांगे 40 अफसर, हिमाचल ने दिए 33 नाम

Thursday, Feb 21, 2019 - 11:23 AM (IST)

शिमला (कुलदीप): राज्य सरकार ने केंद्रीय चुनाव आयोग को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 40 अफसरों के स्थान पर 33 अधिकारियों की सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए हामी भरी है। इसमें 18 आई.ए.एस. और 15 एच.ए.एस. अधिकारी शामिल हैं। राज्य सरकार ने इसके लिए अधिकारियों की कमी का हवाला दिया है। इसमें कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश आई.ए.एस. काडर में स्वीकृत 147 पदों में से इस समय 117 अधिकारी ही प्रदेश में सेवाएं दे रहे हैं। राज्य के 30 अधिकारी केंद्रीय एवं इंटर कैडर डैपुटेशन पर सेवाएं दे रहे हैं। करीब 15 अधिकारी वर्ष 2019 के दौरान सेवानिवृत्त होने हैं। कई अधिकारी मंडलायुक्त एवं उपायुक्त (डी.सी.) जैसे संवेदनशील पदों पर सेवाएं दे रहे हैं। 

ऐसे में सरकार मांग के अनुरूप 25 आई.ए.एस. अधिकारियों की बजाय 18 आई.ए.एस. ही चुनाव ड्यूटी के लिए उपलब्ध करवा सकती है। शेष 15 एच.ए.एस. अधिकारियों की सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए भी सरकार ने हामी भरी है। राज्य सरकार की तरफ से जिन 18 आई.ए.एस. अधिकारियों के नाम चुनाव ड्यूटी के लिए चुनाव पर्यवेक्षक के तौर पर सुझाए गए हैं, इसमें पूॢणमा चौहान, संदीप भट्टनागर, अजय शर्मा, एस.एस. गुलेरिया, देव दत्त शर्मा, मदन लाल चौहान, राखिल काहलो, संजीव पठानिया, जे.एम. पठानिया, हंस राज चौहान, संजीव भट्टनागर, नरेश कुमार लट्ठ, गोपाल शर्मा, सुदेश कुमार मोकटा, चंद्र प्रकाश वर्मा, दोरजे छेरिंग नेगी, कल्याण चंद और रघुबीर सिंह वर्मा शामिल हैं।

बाहरी राज्यों से हिमाचल आएंगे अधिकारी

लोकसभा चुनाव के लिए जिस तरह राज्य के अधिकारियों की देश के दूसरे भागों में सेवाएं ली जाएंगी, ठीक उसी तरह बाहरी राज्य के अधिकारी हिमाचल प्रदेश में चुनाव ड्यूटी देने आएंगे। इन अधिकारियों को संसदीय क्षेत्रों के अनुसार चुनाव आयोग की तरफ से दायित्व सौंपा जाएगा। इस कार्य में राज्य के अधिकारी उनके साथ तालमेल बिठाएंगे और चुनाव आयोग के निर्देशानुसार काम करेंगे।

राज्य के अधिकारियों को सौंपा जाएगा अतिरिक्त कार्यभार

केंद्रीय चुनाव आयोग की तरफ से 33 अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी पर बुलाए जाने के बाद राज्य के अधिकारियों को अतिरिक्त दायित्व सौंपा जाएगा। अधिकारियों के पास अतिरिक्त कार्यभार राज्य से गए अधिकारियों के चुनाव ड्यूटी से वापस लौटने तक रहेगा। राज्य से गए अधिकारियों के चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही लौटने की संभावना है।

Ekta