छात्रवृत्ति घोटाला : CBI की 22 शिक्षण संस्थानों में Raid, कब्जे में लिया Record

Monday, May 13, 2019 - 09:25 PM (IST)

शिमला: हिमाचल में छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर सी.बी.आई. अब हरकत में आ गई है। सी.बी.आई. की टीम ने सोमवार को 4 राज्यों के 22 ठिकानों में दबिश दी है। इनमें चंडीगढ़, हिमाचल, पंजाब और हरियाणा शामिल हैं। सी.बी.आई. की टीम ने इस दौरान शिक्षण संस्थानों से रिकॉर्ड एकत्रित किया है। सी.बी.आई. की जांच में छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर कई खुलासे हो सकते हैं, ऐसे में कई प्रबंधकों पर गाज गिर सकती है। सोमवार को जब सी.बी.आई. ने दबिश तो इस दौरान शिक्षण संस्थानों में हड़कंप मच गया। हिमाचल की अगर बात की जाए तो सी.बी.आई. ने नाहन, बिलासपुर, ऊना के हरोली और कांगड़ा सहित सोलन में शिक्षण संस्थानों में दबिश दी है। सी.बी.आई. की रेड कुछ इस तरह से पड़ी कि शिक्षण संस्थानों में तैनात अधिकारियों को सी.बी.आई. के आने की भनक तक नहीं लगी। जब शिक्षण संस्थानों में टीम पहुंची तो अफरा-तफरी मच गई।

सी.बी.आई. ने शिमला शाखा में दर्ज की है एफ.आई.आर.

सी.बी.आई. ने बीते बुधवार को करोड़ों के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में शिमला शाखा में एफ.आई.आर. दर्ज की थी। यह घोटाला जमा एक और जमा दो कक्षाओं के अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति में 250 करोड़ रुपए का है। हिमाचल सरकार ने पिछले साल इस मामले की जांच सी.बी.आई. को दी थी। सी.बी.आई. ने अभी पुलिस की तर्ज पर ही भारतीय दंड संहिता की धाराओं 409, 419, 465, 466 और 471 के तहत मामला दर्ज किया है। बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शीर्ष अधिकारियों के साथ 21 अगस्त, 2018 की बैठक में यह मामला जांच के लिए सी.बी.आई. को भेजने का फैसला लिया था। तब से लेकर इस बारे में केंद्रीय कार्मिक विभाग और सी.बी.आई. से हिमाचल सरकार का कई बार पत्राचार हुआ। सी.बी.आई. के दिशा-निर्देश पर हिमाचल सरकार ने इसके बारे में छोटा शिमला थाने में भी एफ.आई.आर. दर्ज की है।

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हड़पी छात्रवृत्ति की मोटी रकम

आरोप है कि कई निजी संस्थानों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर छात्रवृत्ति की मोटी रकम हड़प ली। शिक्षा विभाग की जांच रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2013-14 से 2016-17 तक स्कॉलरशिप में बड़े स्तर पर गड़बड़ी के आरोप हैं। जमा एक और जमा दो कक्षाओं के अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति में 250 करोड़ रुपए से अधिक की रकम का गलत आबंटन हुआ। इस मामले की जांच की जद्द में 2 दर्जन निजी उच्च शिक्षण संस्थान आए हैं। सी.बी.आई. द्वारा की जा रही इस जांच में अब कई खुलासे हो सकते हैं। सी.बी.आई. प्रदेश के कई शिक्षण संस्थानों में फिर से दबिश देगी। जब तक जांच में कुछ पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगेंगे तब तक सी.बी.आई. की जांच चलती रहेगी।  

 

Vijay