छात्रवृत्ति घोटाले में बढ़ा CBI जांच का दायरा, 18 अन्य संस्थानों के खिलाफ छानबीन शुरू

Friday, Dec 06, 2019 - 10:57 AM (IST)

शिमला (ब्यूरो): 250 करोड़ से अधिक के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में सी.बी.आई. ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। इसके तहत जांच ब्यूरो ने 18 अन्य निजी शिक्षण संस्थानों के खिलाफ भी छानबीन शुरू कर दी है। इनमें हिमाचल के साथ-साथ बाहरी राज्यों से जुड़े संस्थान भी शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार पूरे घोटाले की तह खंगालने के लिए सी.बी.आई. अब तक करीब 40 निजी संस्थानों से जुड़ा रिकार्ड कब्जे में ले चुकी है। पहले 22 संस्थानों के  खिलाफ छानबीन चल रही थी और इस दौरान कई तथ्य सामने आए हैं। इसी कड़ी में अब कुछ नए संस्थान भी जांच की जद में आ गए हैं। माना जा रहा है कि आगामी दिनों में भी कुछ अन्य संस्थान छानबीन के दायरे में आ सकते हैं। सी.बी.आई. छानबीन में पाया गया है कि छात्रवृत्ति आबंटन को लेकर विभाग निजी संस्थानों पर ज्यादा मेहरबान रहा है।

 घोटाले में निजी संस्थानों के कत्र्ता-धत्र्ताओं, शिक्षा विभाग और राष्ट्रीयकृत बैंकों के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आई है। ऐसे में कई चेहरे जांच दायरे में चल रहे हैं। छात्रों की छात्रवृत्ति हड़पने के लिए विभिन्न स्तरों पर अनियमितताएं बरती गईं। छात्रों द्वारा आवेदन पत्रों में जिन बैंक खातों का उल्लेख किया गया था, उनके स्थान पर दूसरे बैंक खातों में छात्रवृत्ति जमा की गई। आरोप यह भी लग रहे हैं कि विभिन्न पाठ्यक्रमों के तहत आबंटित सीटों से अधिक संख्या में छात्रवृत्तियां दी गईं। इसके साथ ही कुछ स्थानों में प्रार्थना पत्रों की संख्या से अधिक संख्या में छात्रवृत्तियों का वितरण हुआ।

आधार-मोबाइल नंबर का दुरु पयोग

जांच में पाए गए साक्ष्यों के आधार पर शिक्षा विभाग से जुड़े 4 तत्कालीन अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी भी मांगी जा चुकी है। घोटाले में कई चेहरों की संलिप्तता सीधे तौर पर उभर कर सामने आई है। आधार नंबर व मोबाइल नंबर के साथ ही छात्रों के दस्तावेजों का दुरु पयोग कर करोड़ों रु पए की छात्रवृत्ति हड़पने के आरोप कई संस्थानों पर लगे हैं। 

जल्द ही कुछ गिरफ्तारियां संभव

सी.बी.आई. छानबीन में मिले तथ्यों के आधार पर जिला ऊना से जुड़े संस्थान के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर चुकी है। इसके साथ ही जल्द ही कुछ गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। सूत्रों की मानें तो छात्रवृत्ति घोटाले में कमीशन को खेल चलता था। निजी शिक्षण संस्थान छात्रों की छात्रवृत्तियां हड़पने को लेकर कमीशन देते थे। 

Edited By

Simpy Khanna