कारोबारी को धमकी भरा पत्र भेज 10 लाख की फिरौती मांगने के मामले में 3 गिरफ्तार

Saturday, Jul 27, 2019 - 10:04 AM (IST)

 

शिमला : राजधानी के कारोबारी को धमकी भरा पत्र भेज 10 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने से जुड़े मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान गुरुचरण, कर्म चंद भाटिया और धीरज के रूप में हुई है। इनमें कर्म चंद भाटिया एक संस्था का अध्यक्ष भी है। बताया जा रहा है कि गुरुचरण ने पुरानी रंजिश के चलते कारोबारी को पत्र लिखा था। शिकायतकत्र्ता कारोबारी और गुरुचरण की आपस में काफी समय पहले से अनबन चल रही थी। सूत्रों की मानें तो आरोपी गुरुचरण के खिलाफ कारोबारी ने कुछ शिकायतें की थीं। ऐसे में रंजिश के चलते रुचरण ने उससे फिरौती मांगी और जान से मारने की धमकी दी। गुरुचरण शिकायतकर्ता कारोबारी का पड़ोसी है।

गुरुचरण ने पत्र को अकेले नहीं लिखा बल्कि कर्म चंद भाटिया की मदद ली। हालांकि पुलिस की पूछताछ में कर्म चंद भाटिया मामले में संलिप्त होने से मना कर रहा है। बताया जा रहा है कि गुरुचरण ने पत्र बॉक्स में स्वयं नहीं डाला है बल्कि अपने नौकर धीरज से डलवाया है। पुलिस ने पोस्ट ऑफिस के आसपास की सी.सी.टी.वी. फुटेज को खंगालने के बाद ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। फुटेज में धीरज का चेहरा साफ दिख रहा था। तभी पुलिस ने उसे और गुरुचरण को पकड़ा। गुरुचरण से पूछताछ के बाद कर्म चंद भाटिया की परतें खुलीं। आरोपी गुरुचरण की जिलाधीश कार्यालय के समीप लोअर बाजार में कम्प्यूटर टाइपिंग की दुकान है। गुरुचरण ने दुकान में धीरज को नौकर रखा है।

पुलिस पकड़े गए तीनों आरोपियों से गंभीरता से पूछताछ कर रही है। पुलिस गुरुचरण से यह पता लगा रही है कि कब से उनकी अनबन थी और पहले किस बात पर उनकी बहसबाजी होती थी। वहीं कर्म चंद भाटिया से भी पुलिस पूछताछ में यह पता लगा रही है कि उसने गुरुचरण के कहने पर पत्र लिखने का कदम क्यों उठाया। क्या कर्म चंद भाटिया की भी कारोबारी के साथ कुछ रंजिश थी या नहीं। इसका पता तो पुलिस की पूछताछ के बाद ही चल पाएगा। पुलिस जल्द ही तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस ने सदर थाना के तहत कारोबारी की शिकायत पर 24 जुलाई को मामला दर्ज किया था।

गुरुचरण ने लिखवाया तो कर्म चंद भाटिया ने लिखा पत्र : सूत्रों के मुताबिक गुरुचरण ने पत्र लिखवाया था, वहीं कर्म चंद भाटिया ने पत्र लिखा था। गुरुचरण ने बोला कि आप इस तरह से पत्र लिखो। बताया जा रहा है कि गुरुचरण ने पत्र को अपनी दुकान में इसलिए टाइप नहीं करवाया कि दूसरे को पता चल जाएगा। पत्र को तभी कम्प्यूटराइज्ड नहीं बनवाया ताकि किसी को इसका कोई सुराग न मिले। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिन्हें जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपियों से पुलिस की पूछताछ जारी है। पूछताछ करने के बाद ही कुछ पता चल पाएगा कि किस तरह से उन्होंने पत्र भेजा है और क्यों भेजा है।

kirti