अगर पहले इस बैल को गौसदन ले जाते तो बच जाती बुजुर्ग की जान

Friday, Nov 08, 2019 - 12:03 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): मंडी जिला के बल्ह उपमंडल के लेदा क्षेत्र में उत्पात मचा कर कई लोगों को घायल व एक 73 वर्षीय बुजुर्ग को जान से मारने वाले आवारा बैल को आखिरकार गौसदन में भेजा गया। गौरतलब है कि ग्राम पंचायत बैरकोट के लेदा गांव में पिछले लगभग 2 महीने से एक आवारा बैल ने लोगों का जीना दुश्वार किया हुआ था। इसी दौरान बैल ने लगभग आधा दर्जन लोगों को हमला कर घायल कर चुका था, जिसमें एक बुजुर्ग महिला की रीड की हड्डी में भी गंभीर चोटें आई थी। लेकिन अभी हाल ही में 1 तारीख को पत्थर तोड़ने का काम करने वाले 73 वर्षीय एक बुजुर्ग को बैल ने अचानक से हमला करके बुरी तरह घायल कर दिया था।

बुजुर्ग को तुरंत उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज नेरचौक में ले जाया गया था और वहां से आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया था। इसके बाद लोगों ने प्रशासन से इस आवारा बैलके आतंक से लोगों को निजात दिलाने की मांग भी की थी। इसके 2 दिन बाद में बैल के हमले से घायल हुए उस बुजुर्ग व्यक्ति की मृत्यु हो गई। बुजुर्ग की मौत के बाद गुस्साए स्थानीय ग्रामीणों मनीराम, सुरेश कुमार, अतुल शर्मा, नीरज, प्रदीप कुमार, पवन, ऋषि व सन्नी आदि ने मिलकर उस बैल को बड़ी मशक्कत व जान जोखिम में डालकर पकड़ा और एक पेड़ से बांध दिया।

तत्पश्चात स्थानीय बैरकोट पंचायत प्रधान सपना कुमारी ने एडीसी मंडी आशुतोष गर्ग से मदद करने की गुहार लगाई तथा उस पर कार्रवाई करते हुए एडीसी मंडी ने पशुपालन विभाग से दो अधिकारियों को मौके पर भेजा। विभाग व स्थानीय लोगों की सहायता से उस बैल को गाड़ी में डालकर गौ सदन ले गए। वहीं पंचायत प्रधान ने एडीसी मंडी का धन्यवाद भी किया है। लेकिन लोगों के दिलों में इस बात का भी मलाल रहा कि अगर समय रहते प्रशासन इस बैल को यहां से हटा देता तो एक बेकसूर बुजुर्ग की जान बच सकती थी।
 

kirti