जेल में बैठकर लिख डाली IAS बनने की किताब, डीजीपी सोमेश गोयल ने किया विमोचन(VIdeo)

Tuesday, Nov 20, 2018 - 04:50 PM (IST)

शिमला (योगराज शर्मा): हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित सेंट्रल जेल कंडा में बंद रेप के एक बेगुनाह कैदी ने UPSC की मैग्जीन कॉम्पिटिशन कम्पैनियन निकाल दी है। मैग्जीन निकालने के साथ ही कैदी  IAS बनने की तैयारी कर रहा है। शिमला जिले के मंडोल गांव में रहने वाले पोस्ट ग्रेजुएट विक्रम खिमटा को रेप के आरोप में दोषी पाते हुए 7 साल की सजा सुनाई गई थी। लेकिन उच्च न्यायलय से दो साल बाद बेगुनाह साबित होकर बाहर निकल आए हैं। विक्रम ने जो किताब कंडा जेल ने लिखी उसका विमोचन आज डीजीपी जेल सोमेश गोयल द्वारा किया गया। 


कालकोठरी में बर्बाद नहीं किया भविष्य
विक्रम का कहना है कि भले ही वह जेल में रहे, लेकिन उन्होंने अपना भविष्य कालकोठरी में बर्बाद नहीं किया। वह कहते है कि जेल ने उनको बहुत कुछ दिया और जेल में ही किताब को लिख पाए। वह इसके लिए लिए जेल विभाग का भी धन्यवाद करते हैं। उनकी जेल में की हुई मेहनत अब काम आ रही है वे आगे यूपीएससी की तैयारी करेंगे और जब कुछ बन जायेंगे तो सबसे पहले जेल का दौरा करेंगे। डीजीपी जेल सोमेश गोयल का कहना है कि विक्रम जो जेल के प्रति स्नेह दिखा रहे है उससे बड़ा कॉम्प्लिमेंट कोई नही हो सकता। 


उनका प्रयास यही रहता है कि जेलों में अच्छा माहौल तैयार किया जाए ताकि कैदियों को उनके मुताबिक कुछ करने की प्रेरणा मिल सके। जब सबसे पहले विक्रम से मिले तब भी उनके चेहरे पर कोई मलाल नहीं था और अब भी नहीं है। जेल में उनको रेडियो जो कि बनाया गया साथ में उनकी जरुरत के मुताबिक माहौल भी दिया गया। शिमला जिले के मंडोल गांव में रहने वाले विक्रम खिमटा को सितंबर 2016 में ट्रायल कोर्ट ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत दोषी ठहराया था और 7 साल की सजा हुई थी। वह खुद को निर्दोष मानते हैं जिस पर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट भी मोहर लगा दी है। 

Ekta