वन बीट में अवैध खनन पर बीओ व फोरैस्ट गार्ड सस्पैंड, रेंज ऑफिसर ने दर्ज करवाई FIR

Tuesday, Jan 11, 2022 - 06:51 PM (IST)

गोहर (ख्यालीराम): वन मंडल नाचन के अंतर्गत डीपीएफ जासन वन बीट में हुए अवैध खनन के मामले में विभाग ने संबंधित बीट के बीओ और फोरैस्ट गार्ड को सस्पैंड कर दिया है। इससे पहले पुलिस ने वन रक्षक की ओर से दर्ज करवाई गई शिकायत को जांच के दौरान निरस्त कर दिया था लेकिन अब रेंज ऑफिसर नाचन के माध्यम से पुलिस थाना गोहर में एफआईआर दर्ज करवा दी है। डीपीएफ जासन बीट के अवैध खनन और कटान मामले में विभाग के आलाधिकारियों के स्वयं पॉजिशन लेने से जहां शामिल लोगों में हड़कंप मच गया है, वहीं फोरैस्ट गार्ड और बीओ के सस्पैंशन ऑर्डर जारी करने के आदेश पर दिनभर चर्चा से बाजार गर्म रहा। जिला अरण्यपाल मंडी एसके मुसाफिर ने बताया कि मामले की जांच के लिए जब वे टीम सहित घटना स्थल पहुंचे तो मौके पर उक्त बीट गार्ड और बीओ की लापरवाही पाई गई है। दोनों को सस्पैंड करने के बाद उनके स्थान पर अन्य कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है। मुसाफिर ने कहा कि विभाग मामले में गहनता से छानबीन कर रहा है और जो भी प्रकरण में संलिप्त पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

थमाए थे कारण बताओ नोटिस, नहीं मिले पुख्ता जवाब

वन मंडलाधिकारी नाचन तीर्थराज धीमान ने बताया कि मामले में संबंधित वनरक्षक और बीओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए थे। दोनों कर्मचारी पुख्ता जवाब देने में असमर्थ पाए गए। विभाग ने प्रकरण पर कड़ा संज्ञान लेते हुए जांच तेज कर दी है। वहीं थाना प्रभारी अश्विनी कुमार शर्मा ने बताया कि थाना में वन परिक्षेत्राधिकारी नाचन की ओर से वन अधिनियम के अंतर्गत शिकायत दी गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने मामले की पुष्टि की है।

खानापूर्ति कर रहा विभाग : कांग्रेस

वहीं नाचन कांग्रेस ने जासन वन बीट में हुए इस अवैध खनन पर हुई कार्रवाई को महज खानापूर्ति बताया है। मामले को उजागर करने वाले पूर्व प्रत्याशी व कांग्रेस नेता लाल सिंह कौशल ने आरोप लगाया कि इतने बड़े पैमाने पर अवैध खनन और हजारों पेड़ों का अवैध कटान गार्ड और बीओ की लापरवाही से संभव नहीं है। इसमें विभाग के आलाधिकारी भी बराबर संलिप्त हैं, जिनके संरक्षण में वन व रेत माफिया ने 18 से 20 बीघा रकबा साफ किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह अवैध खनन व कटान भाजपा विधायक के कहने पर किया गया है और इसमें प्रभावशाली लोग शामिल हैं, जिन्हें बचाने के लिए छोटे कर्मचारियों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है। डीएफओ व अरण्यपाल के रहते निष्पक्ष जांच संभव नहीं है इसलिए इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मामले की सही जांच व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न होने पर हाईकोर्ट और एनजीटी का रुख किया जाएगा।

हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

Content Writer

Vijay