Dr. YS Parmar के सपनों को साकार करने के लिए प्रयासरत है हिमाचल सरकार : जयराम

Tuesday, Aug 04, 2020 - 04:27 PM (IST)

शिमला (योगराज): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज हिमाचल प्रदेश के निर्माता और प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार की 114वीं जयंती के अवसर पर आयोजित सादे व गरिमापूर्ण समारोह में उन्हें प्रदेश के लोगों की ओर से पुष्पांजलि अर्पित की। समारोह की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. परमार एक महान दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद इस पहाड़ी राज्य की अपनी अलग पहचान बनाए रखते हुए राज्य का नेतृत्व किया। उन्होंने प्रदेश की मजबूत नींव रखते हुए यह सुनिश्चित किया कि हिमाचल प्रदेश देश के अन्य पहाड़ी राज्यों के लिए एक आदर्श राज्य बनकर उभरे।

उन्होंने कहा कि  डॉ. परमार ने पंजाब के उन पहाड़ी क्षेत्रों का हिमाचल प्रदेश के साथ विलय का अनुरोध किया, जिनकी संस्कृति और जीवनशैली एक समान थी। उनकी दूरदर्शी सोच के कारण ही राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था, विशेष रूप से बागवानी क्षेत्र में तीव्र गति से विकास हुआ। डॉ. परमार एक बहुआयामी प्रतिभा के व्यक्ति थे, जिन्होंने अपनी सादगी से राज्य के लाखों लोगों के दिलों में अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनके अथक प्रयासों के कारण ही हिमाचल प्रदेश भारतीय संघ का 18वां राज्य बना और तब से प्रदेश विकास और समृद्धि के पथ पर तेजी से आगे बढ़ा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. परमार जानते थे कि सड़कें इस पहाड़ी राज्य के विकास की भाग्य रेखा हैं, इसलिए उन्होंने राज्य में सड़कों के निर्माण पर विशेष बल दिया। डॉ. परमार किसानों को नकदी फसलों की खेती के लिए प्रेरित करने के पक्ष में थे। उनकी प्रेरणा से ही लोगों ने सेब की खेती शुरू की, जो आज 5000 करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था के रूप में उभरी है। उनके दृष्टिकोण के कारण ही यह संभव हुआ है कि हिमाचल प्रदेश अपनी वन संपदा की रक्षा कर रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश को विकसित, समृद्ध और आदर्श राज्य बनाकर डॉ. परमार के सपने को साकार करने के लिए प्रयासरत है। वह एक दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने ऐसे राज्य की कल्पना की जहां हर नागरिक को प्रगति और समृद्धि का अवसर मिले। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विचारों से ऊपर उठकर डॉ. परमार का सम्मान सभी क्षेत्रों के लोगों ने किया। पूर्व में यह दिन विधानसभा के एक छोटे से पुस्तकालय सभागार में मनाया जाता रहा और पिछले साल यह निर्णय लिया गया कि इस अवसर को धूमधाम से मनाया जाए, जिसके परिणामस्वरूप आज इसे पीटरहॉफ होटल में आयोजित किया गया।

उन्होंने कहा कि हिमाचल के सभी मुख्यमंत्रियों ने प्रदेश के विकास व उन्नति के लिए अपना विशेष योगदान दिया है। वर्तमान सरकार डॉ. परमार के मजबूत, विविध और आत्मनिर्भर हिमाचल प्रदेश के सपने को साकार करने के लिए प्रयासरत है। प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश के 50वें राजस्व दिवस को धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया था परन्तु कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत यह संभव नहीं हो पाया। इस अवसर पर प्रदेश के सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा डॉ. परमार के जीवन पर आधारित तैयार किया गया वृत्तचित्र भी दिखाया गया।

इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, कृषि, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सहजल, विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज, विधायक डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, इन्द्र सिंह गांधी, विनय कुमार, विक्रमादित्य सिंह, आशीष बुटेल, मुल्ख राज प्रेमी, बलवीर सिंह, अरूण कुमार, रीना कश्यप व विशाल नेहरिया, नगर निगम शिमला की महापौर सत्या कौंडल, मुख्य सचिव अनिल खाची, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जेसी शर्मा, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव देवेश कुमार, उपायुक्त शिमला अमित कश्यप, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के निदेशक हरबंस सिंह ब्रसकोन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

Vijay