कांगड़ा चाय उद्योग के लिए बड़ी राहत, उत्पादन का आंकड़ा 11 लाख छूने को तैयार

punjabkesari.in Thursday, Nov 26, 2020 - 11:47 AM (IST)

पालमपुर (भृगु): कांगड़ा चाय उद्योग के लिए बड़ी खबर है। वर्षों बाद कांगड़ा चाय के उत्पादन का आंकड़ा लगभग 11 लाख किलोग्राम को छूने जा रहा है। कोविड-19 के बावजूद कांगड़ा चाय के उत्पादन का आंकड़ा गत कई वर्षों की अपेक्षा सुधरा है। इस वर्ष पति की चौड़ाई के समय कोविड-19 के चलते लॉकडाउन लग गया था जिस कारण श्रमिकों की समस्या भी उभर कर सामने आई थी। असम तथा दार्जिलिंग की चाय की तोड़ाई अप्रैल में नहीं हो पाई थी परंतु कांगड़ा चाय को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा समय पर स्वीकृति दिए जाने के बाद इस वर्ष अप्रैल तोड़ भी उत्तम रहा था। अप्रैल में 1.83 लाख किलोग्राम चाय का उत्पादन हुआ था। उसके पश्चात भी चाय का उत्पादन अच्छा रहने से माना जा रहा है कि इस बार लगभग 11 लाख किलोग्राम चाय उत्पादन छूने जा रहा है। कांगड़ा चाय को लेकर अप्रैल से मई तक तुड़ाई का प्रथम चरण रहता है जबकि जून-जुलाई में दूसरा चरण तथा अगस्त सितम्बर में तीसरा चरण पूरा किया जाता है जबकि अक्तूबर में चौथा चरण तुड़ाई का पूरा किया जाता है। जानकारी अनुसार इस वर्ष तीन चरण के बाद ही 9.8 लाख किलोग्राम चाय उत्पादित हो चुकी है जबकि अक्तटूबर में लगभग 100000 किलोग्राम चाय के उत्पादन की संभावना रहती है। यद्यपि अक्टूबर में कुछ समय के लिए सूखा पड़ने से उत्पादन के प्रभावित होने की भी आशंका है। परंतु फिर भी माना जा रहा है कि कांगड़ा चाय का उत्पादन लगभग 11 लाख के आंकड़े को छू सकता है। गत वर्ष 1002000 किलोग्राम चाय का उत्पादन हुआ था यद्यपि वर्ष 1998 में कांगड़ा चाय के उत्पादन का आंकड़ा 1700000 किलोग्राम के आंकड़े को छू गया था। यह आंकड़ा अभी भी उत्पादन की दृष्टि से एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।

क्या कहते हैं आंकड़े
पिछले कुछ वर्षों के आंकड़े को देखा जाए तो वर्ष 2011-12 में 908004 किलोग्राम वर्ष  2012-13 में 847621 किलोग्राम वर्ष 2013-14 में 913073 किलोग्राम वर्ष 2014-15 में 842447 किलोग्राम वर्ष  2016-17 में 849963 किलोग्राम वर्ष  2017-18 में 921902 किलोग्राम तथा गत वर्ष 1002000 किलोग्राम चाय का उत्पादन हुआ था।

क्षेत्र का होगा विस्तार
व्हाइट हाउस तक अपनी दस्तक दे चुके कांगड़ा चाय के क्षेत्र को विस्तृत बनाए जाने की भी कवायद आरंभ हुई है। इसी कड़ी में बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना में जहां कांगड़ा चाय को उगाने के लिए ट्रायल आरंभ किए गए हैं वही मंडी तक कांगड़ा जनपद के ऐसे क्षेत्र जहां पहले कांगड़ा चाय का उत्पादन नहीं होता था वहां भी ट्रायल किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि 30 स्थानों पर ट्रायल के स्वीकृति प्राप्त हुई है जिसमें से 16 स्थानों पर चाय की पौध को रोपा गया है तथा इस बार उसके रिजल्ट बेहतर आए हैं। कांगड़ा जनपद में देहरा क्षेत्र तथा मंडी में चौंतड़ा से आगे का क्षेत्र में भी कांगड़ा चाय को उगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।


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Jinesh Kumar

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