हिमकेयर योजना में हो गया ये बड़ा गोलमाल, मंडी जिला में पकड़े 11 मामले

Tuesday, May 19, 2020 - 04:22 PM (IST)

शिमला: हिमाचल में सरकार द्वारा लोगों के लिए शुरू की गई महत्वाकांक्षी हिमकेयर योजना में बड़ा गोलमाल सामने आया है। जैसे ही शिमला स्थित स्वास्थ्य विभाग की एजैंसी के सामने ये मामले आए, इसकी सूचना एसपी मंडी गुरदेव शर्मा को दी गई। मंडी जिला में हुई प्राथमिक जांच में ऐसे 11 मामले पकड़े गए हैं। शक की सूई आऊटसोर्स की गई एजैंसी के कुछ कर्मचारियों पर घूम रही है। वहीं कुछ लोकमित्र केंद्र भी जांच के दायरे में हैं।

एपीएल का शुल्क लेकर बना दिए बीपीएल के कार्ड

बताया जा रहा है कि योजना का कार्ड बनाने के लिए एपीएल परिवारों से सालाना 1000 रुपए शुल्क ले लिया जबकि रिकॉर्ड में इन्हें बीपीएल का बताया गया है। पुलिस अब फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड को ढूंढ रही है। यह भी जांचा जा रहा है कि और कितने परिवारों ने नाम पर शातिर पैसे का गोलमाल कर गए हैं।

लाखों रुपए का हो सकता है गोलमाल

पुलिस को कई अहम सबूत हाथ लगे हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही शातिरों को ढूंढ निकाला जाएगा। मामले की जांच मुख्य आरक्षी संजीव कुमार कर रहे हैं। सूबे में लाखों लोगों ने हिमकेयर कार्ड बनाए हैं। जांच में यह गोलमाल लाखों रुपए का हो सकता है।

लाभार्थियों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपए तक कैशलैस उपचार की सुविधा

बता दें कि हिमकेयर योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने पर लाभार्थियों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपए तक कैशलैस उपचार की सुविधा मिलती है। गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) परिवारों, मनरेगा श्रमिकों और पंजीकृत स्ट्रीट वैंडर्स से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। वहीं एकल नारी, आंगनबाड़ी व आशा वर्कर, अनुबंध व अंशकालीन कर्मचारी और दैनिक वेतनभोगियों से साल में 365 रुपए शुल्क लिया जाता है। एपीएल परिवारों से 1000 रुपए शुल्क लिया जाता है।

Vijay