मारपीट कर घर से निकाली पत्नी, जंगल में बिताई रात- पुलिस ने भी नहीं सुनी फरियाद (Video)

punjabkesari.in Sunday, Aug 19, 2018 - 02:48 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): कोई इंसान इतना निर्दयी कैसे हो सकता है जिसके साथ सात फेरे लिए उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दे और उसे पूरी रात जंगल में बितानी पड़े। ऐसा ही कुछ सुंदरनगर के बोबर पंचायत के फागला गांव निवासी महिला के साथ हुआ। महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति परिवहन निगम में कार्यरत है। उन्होंने कहा कि पति ने छोटी सी कहासुनी पर मारपीट कर बुरी तरह घायल कर दिया। इसके बाद उसे रात को ही घर से बाहर निकाल दिया। महिला ने बताया कि उसने रात जंगल में बिताई। उसने पंचायत प्रतिनिधियों और मायके वालों को घटना की जानकारी दी। उसने कहा कि उसकी माता भागी हुई उसके पास पहुंची। जिसके बाद मामले की शिकायत को लेकर मां-बेटी सुंदरनगर पुलिस थाना पहुंची। जहां उसे 3 घंटे तक बिठाए रखा गया। लेकिन उसकी न शिकायत दर्ज की गई और न ही कोई मदद की गई है।
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महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति का रिश्तेदार पुलिस में कार्यरत हैं जिसके चलते पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की है। महिला की माता अपनी घायल बेटी को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल सुंदरनगर में लेकर आई जहां 2 दिनों से उसका उपचार चल रहा है। इस संबंध में पीड़ित महिला की माता ने अपनी पंचायत जुगाहन में भी गुहार लगाई। पंचायत की ओर से घटना की सूचना पुलिस थाने में दी गई। पीड़ित महिला ने सुंदरनगर पुलिस पर आरोप लगाया है की पुलिस ने मेरी शिकायत दर्ज नहीं की है। महिला की सुरक्षा को लेकर सरकार के कड़ी कार्रवाई के दावों के बावजूद न घटनाओं में कमी नहीं आ रही है और न ही पुलिस से महिलाओं को उचित सहायता मिल रही है। स्थानीय डी.एस.पी. से बात की गई लेकिन इसके बाद भी महिला को न्याय नहीं मिल पाया है। यहां तक कि महिला की ओर से शिकायत तक दर्ज नहीं की गई है। 

इस मामले में डी.एस.पी. तरनजीत सिंह से बात करने पर उन्होंने कहा कि पीड़ित महिला को थाना में भेज दे। शिकायत दर्ज कर उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। महिला ने बताया की मेरे पति हिमाचल पथ परिवहन निगम में जॉब करते है और घर छुटी आये हुए थे लेकिन जब बो रात को शराब के नशे धुत होकर घर वापिस आए तो उन्होंने गाली गलौच करना शुरू कर दिया और खाने की थाली मेरे ऊपर फैंक दी और मेरे साथ और बेटे के साथ मारपीट की और मुझे घर से निकाल दिया और बेटा घर से भाग गया। मैनें बेटे की कई जगह तलाश की लेकिन वह नहीं मिला और उसने पूरी रात जंगल में पेड़ के नीचे बिताई।

पीड़िता का कहना है कि जिस रात मेरे साथ मारपीट हुई उसके अगले दिन में वह 11 बजे की बस से सुंदरनगर पहुंची और अपनी मां के साथ थाने गई। उसने पुलिस को अपने साथ हुई मारपीट की घटना के बारे में बताया, लेकिन उन्होंने मेरी शिकायत दर्ज नहीं की और शाम 5 बजे तक पुलिस थाने में बिठाए रखा। उन्होंने कहा कि मेरी मां ने भी पुलिस को शिकायत दर्ज करने के लिए कहा, लेकिन शिकायत दर्ज नहीं की गई। महिला ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि मुझे इंसाफ दिलाया जाए। उसने कहा कि पुलिस ने शिकायत इसलिए दर्ज नहीं की है क्योंकि पुलिस के साथ मेरा पति और पंचायत का उपप्रधान मिला हुआ है।


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Ekta

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