सावधान! ऑनलाइन ठगी का शिकार बना पूर्व सैनिक, 20 लाख रुपए के लालच में खुलवाया नया खाता और फिर....

punjabkesari.in Sunday, Aug 03, 2025 - 12:09 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक पूर्व सैनिक ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं। साइबर ठगों ने बीमा पॉलिसी के मैच्योर होने का झांसा देकर उनसे 20 लाख रुपये दिलवाने का वादा किया, जिसके लालच में आकर पूर्व सैनिक ने अपनी जानकारी और बैंक खाते का इस्तेमाल करने दिया। अब इस खाते से ठगी की रकम के लेन-देन के चलते मध्य प्रदेश पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी किया है।

धोखाधड़ी का तरीका

साइबर ठगों ने पूर्व सैनिक को फोन करके बताया कि उनकी एक पुरानी बीमा पॉलिसी मैच्योर हो गई है और उसके बदले उन्हें 20 लाख रुपये मिलेंगे। शुरुआत में पूर्व सैनिक ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन ठगों ने उन्हें बार-बार कॉल करके यह विश्वास दिलाया कि यह बिल्कुल सच है।

ठगों के झांसे में आकर पूर्व सैनिक ने खुद ही उनसे संपर्क किया। ठगों ने उनसे एक नया बैंक खाता खोलने को कहा, ताकि पैसे सीधे उसमें ट्रांसफर किए जा सकें। बुजुर्ग ने अपने परिवार को बिना बताए नया बैंक खाता खुलवाया और ठगों के कहने पर उसका एटीएम कार्ड और बाकी जानकारी भी उन्हें भेज दी।

कानूनी पचड़े में पूर्व सैनिक

कुछ समय बाद मध्य प्रदेश में दर्ज एक ठगी के मामले में पुलिस को पता चला कि ठगी के पैसों का लेन-देन इसी नए खाते से हुआ है। मध्य प्रदेश पुलिस ने तुरंत उस खाते को फ्रीज कर दिया और पूर्व सैनिक को नोटिस भेजा। जब पूर्व सैनिक को इस बात का पता चला, तो उन्होंने साइबर क्राइम थाने में संपर्क किया और पूरी घटना बताई।

म्यूल अकाउंट का इस्तेमाल

साइबर क्राइम थाने के एएसपी प्रवीण धीमान ने बताया कि पूर्व सैनिक के खाते में 20 लाख रुपये आए थे, जो असल में ठगी के पैसे थे। इस खाते का इस्तेमाल "म्यूल अकाउंट" के तौर पर किया गया। म्यूल अकाउंट ऐसे खाते होते हैं जिनका इस्तेमाल ठग चोरी किए गए पैसों को ट्रांसफर करने के लिए करते हैं। वे भोले-भाले लोगों को लालच देकर या डरा-धमकाकर उनके बैंक खाते का इस्तेमाल करते हैं।

एएसपी प्रवीण धीमान ने यह भी बताया कि कई लोग जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में ठगों के जाल में फंस जाते हैं और फिर अनजाने में ही कानूनी परेशानियों में पड़ जाते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी अज्ञात व्यक्ति के बहकावे में न आएं और अपनी बैंक या निजी जानकारी किसी के साथ साझा न करें। इस घटना से यह साफ है कि ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और हमें इनसे बचने के लिए सावधान रहना होगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Jyoti M

Related News