बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चैत्र माह के मेले को तैयारी जोरों पर
punjabkesari.in Friday, Mar 12, 2021 - 11:55 PM (IST)

बड़सर (वेद): उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ दियोटसिद्ध मंदिर में चैत्र मेले के लिए तैयारियां जोरों पर चली हैं 14 मार्च से मेले का झंडा चढ़ाने की रस्म से आगाज किया जाएगा। यह मेला 14 मार्च से 13 अप्रैल तक चलेगा। सुरक्षा की दृष्टि से यहां पर सी.सी.टी.वी. कैमरे व मैटल डिटैक्टर भी लगाए जा रहे हैं। वहीं चैत्र मेलों के दौरान देश, विदेश से श्रद्धालु अपनी मन्नत मांगने व पूरी होने पर बाबा बालक नाथ के दर्शनों के लिए आते हैं। चैत्र मेलों के दौरान बाबा बालक नाथ मंदिर में काफी भीड़ रहती है। ऐसे में प्रशासन द्वारा मेलों के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। दियोटसिद्ध मंदिर कमेटी की ओर से मंदिर को बेहतर ढंग से सजाया जा रहा है। एक माह तक चलने वाले इस मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु अपना शीश नवाने के लिए आते हैं। श्रद्धालुओं के लिए किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मंदिर को बड़ी-बड़ी फूलमालों के साथ सजाया जा रहा है।
150 पुलिस कर्मी व 175 होमगार्ड देखेंगे सुरक्षा व्यवस्था
दियोटसिद्ध मंदिर में सुरक्षा के लिहाज से चप्पे-चप्पे पर पुलिस कर्मी व होमगार्ड के जवान तैनात रहेंगे। पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था के अलावा यातायात व्यवस्था का जिम्मा भी सौंपा गया है। प्रशासन द्वारा कोरोना संकट को देखते हुए बाहरी राज्यों तथा विदेश से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास किए हैं। इस दौरान 150 पुलिस कर्मचारी और 175 होमगार्ड सुरक्षा व्यवस्था देखेंगे। गौर रहे कि चैत्र मेले में देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा बालक नाथ की गुफा के दर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचते हैं इसलिए मंदिर प्रबंधन पहले से बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रयासरत है।
सफाई करने के लिए 25 कर्मचारी नियुक्त
इस बार मंदिर प्रशासन के अनुसार कोरोना के संकट के कारण पहले से ज्यादा तादाद से श्रद्धालु के पहुंचने के कयास लगाए जा रहे हैं जिसके लिए प्रशासन और मंदिर न्यास प्रबंधन पहले ही सुविधाओं श्रद्धालुओं के लिए ठहरने, खानपान, पार्किंग सुविधा, सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने की पूरी तैयार कर रखी है। इस बार मंदिर परिसर में साफ -सफाई का विशेष ध्यान रखा गया है। शौचालय के लिए 10 कर्मचारी पहले ही से कार्यरत हैं और 15 अस्थायी कर्मचारी और रखे जाएंगे। पानी की सुविधा को देखते हुए जगह-जगह नल लगाए गए हैं तथा कर्मचारी श्रद्धालुओं के लिए 7 कर्मचारी पानी पिलाने के लिए रखे गए हैं। गीले व सूखे कूड़े के लिए कूड़ेदानों की व्यवस्था भी की गई है सुखा कूड़ा एक जगह पर डंपिंग साइट बनाई जाएगी दुकानदारों का होटल मालिकों को भी कूड़ा पहाड़ी और नालों में नहीं फैंकने के निर्देश दिए गए हैं।
लगाए 99 सी.सी.टी.वी. कैमरे
मेले के दौरान ऑडियो-वीडियो का प्रोजैक्ट भी शुरू किया जाएगा 42 इंच और 56 इंच की एल.ई.डी. लगाई गई है भीड़ को देखते हुए सावधानी जरूरी है इसलिए मंदिर परिसर में लगभग 99 सी.सी.टी.वी. लगाए गए हैं। श्रद्धालु बिना मास्क के गुफा के दर्शन नहीं कर पाएंगे इस बार 14 मार्च से 13 अप्रैल तक 24 घंटे मंदिर खुला रखा गया है गुफा में रोट, प्रसाद नहीं चढ़ाया जाएगा। सुबह 10.30 बजे से शाम 4 बजे तथा शाम 7.30 बजे से रात 11.00 बजे तक लंगर की सुविधा दी गई है। कोरोना को देखते हुए दो एलोपैथिक डाक्टर तीन फार्मासिस्ट प्रशासन की तरफ से उपलब्ध कराए गए हैं। इस बार दो टैक्सी पौडिय़ां सेे मंदिर तक अपंग ब बुजुर्गों के लिए फ्री सुविधा आरंभ की गई है। मंदिर अधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि चैत्र मेले को पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
24 घंटे खुला रहेगा मंदिर
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर को 24 घंटे खुला रखा जाएगा। मंदिर परिसर को 5 सैक्टरों में बांटा गया है व प्रत्येक सैक्टर में अधिकारी के तौर पर नायब तहसीलदार को नियुक्त किया गया है। दियोटसिद्ध में मेलों के दौरान तीन कंट्रोल रूम तीन बैरियर व मंदिर में प्रवेश करने वाले दोनों मुख्य गेटों पर चार मैटल डिटैक्टर लगाए गए हैं। इसके अलावा मंदिर परिसर में हथियार व विस्फोटक आदि की जांच हेतु आधुनिक उपकरण मुहैया करवाए गए हैं। मेले के दौरान मंदिर परिसर व उपमंडल बड़सर के क्षेत्रों में हथियार लेकर चलने व सभी प्रकार के विस्फोटक पदार्थों पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। मैडीकल सुविधा के लिए अतिरिक्त चिकित्सक व अन्य स्टाफ की तैनाती की गई है।
परिवार सहित लें आशीर्वाद : महंत 1008 राजेंद्र गिरी
प्रसिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर के महंत 1008 राजेंद्र गिरी ने 14 मार्च से शुरू हो रहे चैत्र मास मेलों के अवसर पर देश विदेश में रहने वाले श्रद्धालुओं से मंदिर में आकर बाबा का आशीर्वाद लेने की बात कही है। उन्होंने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए न्यास प्रशासन द्वारा अधिक से अधिक सुविधाएं श्रद्धालुओं को उपलब्ध करवाए जाने तथा बेहतर सफाई व्यवस्था का ख्याल रखें। उन्होंने कोरोना महामारी के चलते स्वास्थ्य विभाग के कोरोना को लेकर दी गई गाइडलाइन की श्रद्धालुओं को पालन करने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि जो श्रद्धालु बाहर से बाबा बालक नाथ के दर्शनों के लिए आते हैं वह अपना लंगर बनाकर खा सकते हैं लेकिन अगर अन्य श्रद्धालुओं को लंगर बांटने के लिए मंजूरी प्रशासन ने बंद की है। बाबा बालक नाथ मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु बेलों के दौरान आते हैं तो तक करोड़ों रुपए का चढ़ावा बाबा बालक नाथ मंदिर में चढ़ाते हैं। न्यास प्रशासन द्वारा सुरक्षा सफाई व्यवस्था को लेकर कड़े प्रबंध किए गए हैं।