आयुष्मान योजना का एक साल पूरा होने पर शिमला में निकाली जागरूकता रैली

Sunday, Sep 15, 2019 - 03:51 PM (IST)

शिमला (योगराज): आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का एक वर्ष पूरे होने पर स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने शिमला से जागरूकता पखवाड़े की शुरूआत की। इस दौरान एक जागरूकता रैली भी निकाली। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने पत्रकार वार्ता में बताया कि आयुष्मान योजना में हिमाचल के 22 लाख लोग कवर किए हैं, जिनमें से 7,76,452 के गोल्डन कार्ड बनवा लिए हैं। इसमें इलाज के लिए 30,59,52,459 रुपए का खर्च किया गया। सबसे ज्यादा कार्ड 1,70,413 मंडी जिला के बने हैं, साथ ही मंडी जिला के ही सबसे ज्यादा 6334 लाभार्थियों ने इलाज करवाया है, जिस पर 6,05,81,103 रुपए का खर्च हुआ है। वहीं सबसे कम 848 कार्ड लौहल-स्पीति में बने, जिससे 174 लोगों ने लाभ उठाया व 8,65,550 रुपए का खर्च हुआ।

आयुष्मान से छूटे लोग हिम केयर योजना से जोड़े

उन्होंने बताया कि जो लोग आयुष्मान से छूट गए हैं, उनको हिम केयर योजना से जोड़ा गया। हिम केयर में 642709 लाभार्थी पंजीकृत हुए हंै, जिसमें 1 जनवरी से 14 सिम्तबर तक 37043 लाभार्थियों ने 37.48 करोड़ रुपए के नि:शुल्क इलाज का लाभ उठाया। सबसे ज्यादा कार्ड 10261 कांगड़ा जिला में बने जबकि सबसे कम कार्ड स्पीति में 1 बना है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत का एक साल पूरा होने पर आज से जागरूकता पखवाड़ा शुरू किया है जो अगले 15 दिन तक इस योजना के बारे में लोगों को जागरूक करवाएगा।

योजना के तहत 199 अस्पताल पंजीकृत

उन्होंने बताया कि प्रदेश में योजना के अंतर्गत 199 अस्पताल पंजीकृत है, जिनमें 52 अस्पताल निजी क्षेत्र के हैं। गुर्दा प्रत्यारोपण भी इसी में शामिल करने की योजना है। उन्होंने बताया कि 30 सिम्तबर को दिल्ली में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में इन योजनाओं का अवलोकन भी किया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कोष से 150 मरीजों के इलाज पर 3.5 करोड़ खर्च किए जबकि क्रोनिक बीमारी के लिए 2 हजार रुपए पैंशन दी जा रही है।

Vijay