अब आधे वक्त में पहुंच सकेंगे मनाली से चंडीगढ़, औट की सबसे बड़ी टनल के मिले दोनों छोर

Sunday, Aug 04, 2019 - 11:44 AM (IST)

मंडी (नीरज): मनाली जाने वाले पर्यटकों को भले ही आजकल सही सड़क सुविधा न मिल रही हो लेकिन आने वाले समय में उन्हें बेहतरीन सड़क सुविधा मिले, इसके लिए फोरलेन का कार्य दिन-रात तेज गति के साथ चला हुआ है। खासतौर पर इस फोरलेन के लिए बनाई जा रही टनलों का काम। पंडोह से औट तक का हिस्सा भू-स्खलन से भरा है और यहां पर फोरलेन को टनलों से होकर गुजारा जाएगा। इसके लिए 10 टनलों का निर्माण किया जा रहा है। एन.एच.ए.आई. ने यह काम एफकॉन कंपनी को सौंप रखा है। औट के पास 2.9 कि.मी. की सबसे लंबी टनल बनाई जा रही है। इस टनल की बोरिंग का काम सितम्बर, 2018 में शुरू हुआ था और दोनों तरफ से रोजाना 11 मीटर की खुदाई के साथ निर्धारित समय से पहले ही इस कार्य को पूरा कर लिया गया। बता दें कि इस टनल का कार्य निर्धारित समय से 5 महीने पहले पूरा किया गया है।

दिसम्बर में 2 और टनलों की बोरिंग का काम होगा पूरा

शनिवार को इस टनल की बोरिंग का काम दोनों तरफ से पूरा हो गया और इसके दोनों छोर आपस में मिल गए। एन.एच.ए.आई. के रिजनल डायरैक्टर जी.एस. सांगा ने इसका विधिवत रूप से शुभारंभ किया। उन्होंने कंपनी को बेहतरीन कार्य के लिए बधाई दी। उन्होंने बताया कि दिसम्बर से पहले 2 और टनलों की बोरिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा और निर्धारित समय पर इस पूरे प्रोजैक्ट का काम पूरा करने का लक्ष्य तय किया जाएगा।

42 महीनों में कार्य पूरा करने का रखा लक्ष्य

एफकॉन कंपनी के प्रोजैक्ट मैनेजर आर.के. सिंह ने बताया कि टनलों के निर्माण को पूरी गंभीरता से किया जा रहा है और इसमें एन.ए.टी.एम. यानी न्यू आस्ट्रियन टनलिंग मैथड का इस्तेमाल किया जा रहा है। रोहतांग टनल भी इसी तकनीक से बनी है। उन्होंने बताया कि 42 महीनों में सारे कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दिन-रात काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नई तकनीक वाली इन टनलों में हर प्रकार की सुविधा होगी और यहां से गुजरने वाले यात्रियों को एक नया अनुभव होगा।

प्रोजैक्ट के पूरा होने का है इंतजार

अब इंतजार इस प्रोजैक्ट के पूरा होने का है, जिसके बाद मनाली की तरफ आने वाले पर्यटकों को बेहतर सड़क सुविधा मिलेगी और सुखद यात्रा का अनुभव होगा। इस मौके पर एन.एच.ए.आई. के प्रोजैक्ट डायरैक्टर योगेश चंद्रा, आर.ओ. देवेश रॉय, पी.एच. भरत राठौर और पी.एंड ए. के हैड ज्ञान सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

Vijay