Himachal: धर्मशाला के तपोवन में 26 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक हाेगा विधानसभा का शीतकालीन सत्र, अधिसूचना जारी
punjabkesari.in Tuesday, Nov 04, 2025 - 06:24 PM (IST)
शिमला (कुलदीप): हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 26 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक धर्मशाला के तपोवन स्थित विधानसभा परिसर में होगा। तपोवन में पहली बार 8 बैठकें होंगी, जिसमें 1 दिन गैर-सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित किया गया है। राज्यपाल की संस्तुति के बाद सत्र के आयोजन को लेकर विधानसभा सचिवालय की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है।
माननीय ऑनलाइन व ऑफलाइन पूछ सकते हैं सवाल
अधिसूचना के जारी होते ही अब माननीय ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से सवाल पूछ सकते हैं। यानी सत्र के लिए सवालों के पूछने का सिलसिला अब शुरू हो गया है। यह वर्तमान विधानसभा का 10वां सत्र होगा। सत्र के पहले दिन शोकोद्गार होंगे, जिसमें दिवंगत विधानसभा सदस्यों को सदन अपने श्रद्धासुमन अर्पित करेगा। सत्र अवधि के दौरान 29 व 30 नवम्बर को अवकाश के कारण बैठकें आयोजित नहीं होंगी।
सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं। इस दौरान विपक्ष सरकार को प्राकृतिक आपदा, सड़क की खस्ता हालत, चुनावी गारंटियों, नशे एवं कर्मचारी व पैंशनरों से जुड़े वित्तीय मामले को लेकर घेरने का प्रयास करेगा।
जनहित से जुड़े मामलों को सदन में उठाए विपक्ष : केवल
विधानसभा में उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि पहली बार तपोवन में होने वाले शीतकालीन सत्र की अवधि पहली बार सबसे अधिक 8 दिन निर्धारित की गई है। ऐसे में विपक्ष को जनहित से जुड़े मामले सदन में उठाने चाहिए। विपक्ष काे जनता की आवाज उठाने का पूरा अवसर मिला, जिसका सरकार तथ्यों के साथ जवाब देगी।
आर्थिक संकट के साथ माफिया राज हावी : सत्ती
हिमाचल प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने आरोप लगाया कि प्रदेश में आर्थिक संकट के साथ माफिया राज हावी है। भाजपा ऐसे सभी विषयों को सत्र के दौरान उठाएगी, जिसमें आम आदमी से लेकर कर्मचारी और पैंशनर्स परेशान हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार ने जनहितों की अनदेखी की है और भाजपा सदन के अंदर तथा बाहर सरकार को घेरेगी।
माननीय जनहित के मुद्दे उठाए, पहली बार सत्र अवधि 8 दिन की : पठानिया
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने पक्ष-विपक्ष के सदस्यों से जनहित के मुद्दे उठाने की अपील की। उन्होंने सदन की कार्रवाई संचालन के लिए दोनों पक्षों से सहयोग मांगा तथा कहा कि पहली बार तपोवन में शीतकालीन सत्र अवधि 8 दिन निर्धारित होने से सभी को अपना पक्ष रखने के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा। उन्होंने कहा कि माननीय अब अपने प्रश्नों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पूछ सकते हैं।

