कोट पंचायत में एआरओ ने रिजैक्ट किए 7 दावेदारों के नामांकन पत्र

Friday, Jan 08, 2021 - 11:30 PM (IST)

शिमला (देवेंद्र): शिमला के टुटू विकास खंड की कोट पंचायत में असिस्टैंट रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) ने गलत ढंग से 7 दावेदारों के नामांकन पत्र रद्द कर दिए। इनमें से 5 नामांकन उपप्रधान पद के बताए जा रहे हैं जबकि 2 नामांकन वार्ड मैंबर के हैं। टुटू विकास खंड के लिए तैनात पर्यवेक्षक ने यह मामला राज्य निर्वाचन आयोग के ध्यान में लाया है। पर्यवेक्षक ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि एआरओ ने गलत ढंग से नामांकन रद्द किए हैं। अब निर्वाचन आयोग नियमों के तहत एआरओ के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रहा है। जल्द एआरओ को इस संदर्भ में नोटिस जारी कर स्थिति स्पष्ट करने का अवसर दिया जाएगा।

उपप्रधान पद के लिए आए थे 6 नामांकन

कोट पंचायत में उपप्रधान पद के लिए कुल 6 नामांकन आए थे, जिनमें से 5 रद्द होने के बाद एक को उपप्रधान घोषित कर दिया गया है। इसलिए स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि एआरओ ने जानबूझ कर राजनीतिक दबाव में ऐसा किया है। इसे लेकर लोग एआरओ को कोर्ट में भी घसीटने की बात कह रहे हैं। आरोप है कि एआरओ ने नाम, वार्ड की छोटी-छोटी उन गलतियों के कारण नामांकन रद्द किए हैं, जिन्हें उसी वक्त दुरुस्त किया जा सकता था। एक ने नामांकन पत्र में वार्ड नंबर नहीं लिखा था। एक दावेदार का वोटर लिस्ट में सरनेम नहीं था लेकिन जब उसने नामांकन भरा तो उसमें सरनेम लिख दिया, उसे भी एआरओ ने रद्द कर दिया। पर्यवेक्षक ने अपनी रिपोर्ट में यह कार्रवाई गलत बताई है।

प्र्रधान के अभी नहीं हो रहे चुनाव

कोट पंचायत में फिलहाल अभी प्रधान पद के चुनाव नहीं हो रहे हैं क्योंकि टुटू विकास खंड की सभी पंचायतों में हाईकोर्ट ने प्रधान पद के चुनाव पर रोक लगा रखी थी। इस कारण अभी यहां उपप्रधान और वार्ड मैंबर के ही नामांकन भरे गए हैं।

क्या बोले निर्वाचन आयोग के सविच

निर्वाचन आयोग के सविच सुरजीत राठौर ने बताया कि पर्यवेक्षक ने रिपोर्ट दी है, जिसमें कोट पंचायत में गलत ढंग से नामांकन पत्र रद्द करने की बात कही गई है। स्थानीय लोगों ने इसे कोर्ट में चुनौती भी दी है। कोर्ट के निर्देशानुसार इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

Vijay