सेब के दाम पर आग बबूला हुए सैकड़ों बागवानों ने सड़क पर किया हल्ला, जाम में फंसे कई मरीज(Video)

Monday, Sep 23, 2019 - 04:13 PM (IST)

ठियोग (सुरेश): ऊपरी शिमला के पर्यटन स्थल नारकण्डा में बागवानों ने आज चक्का जाम कर दिया। ठियोग के विधायक राकेश सिंघा के साथ मिलकर बागवानों ने सेब सीजन के दौरान आनी वाली समस्याओं को लेकर रोष जाहिर किया। इस दौरान बागवानों ने नारकण्डा बाजार में रैली निकाली ओर सरकार और एपीएमसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बागवानों ने नारेबाजी के दौरान सड़क को जाम कर दिया और बागवान सड़क पर बैठ गए। इस दौरान सड़क के दोनों ओर लंबा जाम लग गया और लोग काफी देर तक जाम में फंसे रहे।

हालांकि इस दौरान कई मरीज भी जाम में फंस गए। लेकिन बागवानों ने मरीजों को रास्ता दे दिया। इस रोष प्रदर्शन में नारकण्डा, ठियोग, कुमारसैन ओर कोटखाई के बागवान शामिल हुए। यही नहीं नारकण्डा के आसपास की पंचायतों की महिलाओं ने भी इस दौरान सड़क पर अपना रोष जाहिर किया। लोगों ने प्रशासन तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए लगातार नारेबाजी की। बागवानों का कहना है कि सेब प्रदेश के बागवानों की आर्थीकी का मुख्य साधन है। लेकिन सरकार इसकी ओर बिलकुल भी ध्यान नहीं दे रही है।

सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही और बागवान लूट रहे है। आढ़ती अपनी मनमानी से सेब बेच रहे है। कोई सेब के आकार के हिसाब से बेच रहा है कोई गढ़ में बेच रहा और समय पर बागवानों को पैसे नहीं मिल रहे है। जिसके चलते बागवान परेशान है। वहीं ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि सरकारी तंत्र सेब को लेकर बिलकुल सुस्त है। खुद सरकार के मंत्री ने माना है कि मंडी के नियमों को लागू नहीं किया जा रहा है और कानून की उलंघना कर बागवानों से मनमानी कटौती की जा रही है। बागवानों को लूटा जा रहा है।

नारकण्डा में सबसे ज्यादा मार्किट की फीस आढ़ती देते है लेकिन सरकार ने आज तक यंहा मंडी खोलने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि सेब के दाम गिर रहे है। आढ़ती सेब को स्टोर कर रहे है और बागवानों को स्टोर करने के लिए कोल्ड स्टोर में जगह नहीं है। जिसके चलते कम दाम बागवानों को दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों का गुस्सा सड़कों पर आ गया है जिस पर सरकार ध्यान दे और बागवानों की समस्याओं को दूर करें।

kirti