लगातार ठगी का शिकार हो रहे बागवान, कभी तोल में हेराफेरी तो कभी आढ़ती थमा रहे फर्जी चेक

Thursday, Sep 26, 2019 - 04:22 PM (IST)

रामपुर (विशेष नेगी): सेब सीजन के दौरान हिमाचल के ऊपरी हिस्सों में सेब खरीद के लिए सड़क के साथ जगह-जगह स्टाल लग जाते है। इस दौरान कई सेब आढ़ती बागवानों को चूना लगा रहे है। सेब मंडियों में आढ़तियों और सेब खरीदार लदानियों की जुगलबंदी के चलते अवैध रूप से तौलिए के नीचे हाथ रखकर बोली लगाने का क्रम अब भी बदस्तूर जारी है। हालांकि सरकारी स्तर पर ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लगातार प्रयास किए जा रहे है। एपीएमसी की ओर से तौलिए के नीचे हाथ रख कर सेब की बोली लगाने वालों और कारोबार कम दिखा कर सरकार को कम टेक्स देने वालो को दंडित भी किया है।

बावजूद इस के बागवानों से लूट अब भी जारी है। बागवानों को आढ़ती सेब लेने के बाद चैक थमा रहे है, लेकिन जब बागवान बैक पहुंच रहे है तो कई चेक फर्जी पाए जा रहे है। ऐसे में सेब बेचने के बाद पेसो के लिए बागवान दर दर की ठोकरे खाने पर है मजबूर है। आनी के खेगसू और ऊपरी शिमला में सड़क के किनारे स्टाल लगा कर सेब का कारोबार करने वाले आढ़ती मौका देख रुमाल के नीचे सेब खरीदार से उंगलियों के इशारे से बोली लगाते है। इस से बागवान को पता नही चलता कि उस के सेब का दाम अंदर खाते कितना दाम तय हुआ।

रामपुर के बागवान हरीश लकटु ने बताया हमारा सेब मंडियों में जा रहा है, लेकिन सेब के दाम मंडी में आढ़ती और खरीददार लदानी तौलिए के नीचे उंगलियों के इशारे से तय कर रहे है। बागवान को पता नहीं चलता उनके सेब का असल मे दाम कितना तय हुआ। इससे सेब के दाम गिर गए है। ओपन बोली होनी चाहिए, आखिर बागवान को भी पता चले उस के सेब की बोली असल मे कितनी लग रही है। आनी के बागवान रामकृष्ण ने बताया कि उन्होंने नारकंडा में 29 जुलाई को 2 लाख दस हजार के सेब बेचे थे।

आढ़ती ने चार दिन बाद के लिए चैकपकड़ाया, लेकिन जब वे चेक कैश कराने गए तो बैंक से पता चला जो चेक दिया है वह खाता पहले ही बंद हो चुका है। रामकृष्ण ने बताया उनकी बेटी की शादी है। लगातार वे आढ़ती के सम्पर्क में है। लेकिन आढ़ती बेवकूफ बना रहा है। खेगसू सब्जी मंडी के प्रभारी मनहोर लाल ने बताया कि उनका प्रयास है कि बागवानों को सेब का सही दाम मिले। उन्होंने बताया एपीएमसी की ओर से तौलिए के नीचे बोली लगाने वाले आढ़तियों को व मार्किट शुल्क कम दर्शाने वालों को जुर्माना लगाया गया है आढ़तियों को चेतावनी पत्र भी बार-बार दिए जा रहे है।

kirti