सरकार की अनदेखी से हिमाचल की सेब इंडस्ट्री पर मंडराया खतरा : नरेश चौहान

Tuesday, Jul 12, 2022 - 10:36 PM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल में कार्टन के दामों में हुई बढ़ौतरी का जहां बागवान सड़कों पर उतर कर विरोध कर रहे हैं, वहीं इस मसले पर विपक्षी दल कांग्रेस भी सरकार के खिलाफ हमलावर हो गई। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा कि सरकार की अनदेखी से हिमाचल की सेब इंडस्ट्री पर खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि हिमाचल को सेब राज्य के रूप में भी जाना जाता है। प्रदेश की आर्थिकी में सेब इंडस्ट्री 5 हजार करोड़ का योगदान देती है। बावजूद इसके सरकार बागवानों की लगातार अनदेखी कर रही है। 

कार्टन के आसमान छू रही कीमतों से बागवान परेशान
नरेश चौहान ने कहा कि कार्टन के आसमान छू रही कीमतों से बागवानों को सेब की फसल मंडियों तक पहुंचाने में कठिनाइयों का सामना कर पड़ रहा है। बीते साल जो पेटी 45 से 65 रुपए मिल रही थी, इस बार उसके 60 से 80 रुपए देने पड़ रहे हैं, ऐसे में प्रति पेटी के दाम 20 से 25 रुपए बढ़े हैं। महंगाई के दौर में कार्टन, ग्रेडिंग, पैकिंग, भाड़ा मिलाकर 20 से 25 किलो की पेटी को मंडी तक पहुंचाने में 300 से 400 रुपए तक की लागत आ रही है। खाद व अन्य कीटनाशकों की कीमतें दो-गुणा हो गई हैं। इसके साथ ही सरकार ने इन पर मिलने वाली सबसिडी को भी खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार का कीमतों पर कोई नियंत्रण नहीं रहा है और निजी कंपनियों को बागवानों को लूटने की खुली छूट दे दी गई है। 

बागवानी मंत्री भी नहीं ले रहे संज्ञान
नरेश चौहान ने कहा कि बागवानी मंत्री भी कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं, ऐसे में बागवान हताश और परेशान तथा महंगाई की मार झेलने का मजबूर होकर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने यदि पैकेजिंग सामग्री के दामों में हो रही बढ़ौतरी पर लगाम नहीं लगाई तो कांग्रेस प्रदेश के सभी सेब बहुल क्षेत्रों में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने को विवश होगी।

हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

Content Writer

Vijay