रिश्वत कांड में फंसे पूर्व SDM पर लगा एक और आरोप, शिकायतकर्ता खटखटाएगा Court का दरवाजा (Video)

Saturday, Feb 02, 2019 - 06:41 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी) :विजिलेंस टीम द्वारा भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामले में धरे गए पूर्व एसडीएम हरी सिंह राणा के खिलाफ एक और गंभीर आरोप सामने आया है। दरअसल सुंदरनगर उपमंडल के चांगर निवासी अश्वनी सैनी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि 6 वर्ष पहले उन्होंने एक नया वाहन खरीदा था और इसके पंजीकरण के लिए सुंदरनगर एसडीएम व निर्देशक परिवहन को नई सीरीज जारी कर 0001 'वाईस नंबर के लिए आवेदन किया था। उन्होंने कहा कि इस पर प्रदेश के परिवहन विभाग ने एचपी-31 डी की नई सीरीज जारी कर दी। लेकिन वर्ष 2013 के तत्कालीन एसडीएम सुंदरनगर एचएस राणा ने मंडी जिला के एक मंत्री के कहने पर उनके आवेदन को नजरअंदाज करते हुए उक्त नंबर किसी और को आबंटित कर दिया था।

उन्होंने कहा कि एचपी-31 डी की नई सीरीज उनके बार-बार आवेदन करने पर ही जारी हुई थी और इसके उनके पास पुरे प्रमाण भी है। उन्होंने कहा कि उस समय एचएस राणा ने सरकार के पहले आओ-पहले पाओ नियम की अनदेखी करते हुए मात्र किसी मंत्री को खुश करने के लिए नियमों का उल्लंघन करते हुए चहेते को नंबर आबंटित कर दिया था। उन्होंने कहा कि उस समय सुंदरनगर के एसडीएम एचएस राणा व प्रदेश के डायरेक्टर परिवहन को उनके द्वारा बार-बार आवेदन किए जाने पर ही नई सीरीज एचपी-31 डी जारी हुई थी। लेकिन तत्कालीन एसडीएम हरी सिंह राणा ने किसी मंत्री के चहेते को एचपी 31-डी-0001 नंबर अलॉट करने के चक्कर में उनके आवेदन को जानबूझ कर नजर अंदाज करते रहे।

उन्होंने कहा कि उस समय कार्यालय के तमाम कर्मचारियों ने भी एसडीएम एचएस राणा को पिछले लंबे समय से उनके मनपसंद नंबर के लिए किए गए आवेदन का लंबित पड़े रहने से अवगत करवाया गया था। लेकिन एचएस राणा के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी और मनमानी करते हुए नंबर मंत्री के चहेते को आबंटित कर दिया। उन्होंने कहा कि इसके बाद वर्ष 2013 में उन्होंने एसडीएम सुंदरनगर,एसडीएम मंडी,एसडीएम देहरा, अलॉट एचपी 31-डी-0001 नंबर वाले नेरचौक निवासी सहित 2 अन्य(सचिव व निर्देशक परिवहन) को प्रदेश उच्च न्यायालय में पार्टी बनाकर केस दायर किया गया था। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही मामले को लेकर एक बार फिर उच्च न्यायालय और विजिलेंस के साथ जांच की मांग करने जा रहे है ताकि पूर्व एसडीएम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

kirti