NGT के आदेश के बाद हिमाचल की इन 7 नदियों का होगा कायाकल्प

Friday, Nov 23, 2018 - 09:20 AM (IST)

शिमला (देवेंद्र हेटा): एन.जी.टी. के आदेशों पर प्रदेश में बहने वाली 7 नदियों में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए सरकार ने ‘नदी कायाकल्प समिति’ (आर.आर.सी.) का गठन किया है। इस समिति को 2 माह के भीतर सुखना, मारकंड, सिरसा, अश्विनी, ब्यास, गिरि और पब्बर नदी में प्रदूषण को कम करने के लिए एक्शन प्लान (कार्य योजना) तैयार करना होगा। कार्य योजना बनने के बाद 6 माह में इन नदियों का पानी कम से कम नहाने के लिए इस्तेमाल योग्य बनाना होगा। एन.जी.टी. की फटकार के बाद सरकार ने एयर क्वालिटी को सुधारने व नदियों की स्वच्छता सुनिश्चित बनाने के लिए 2 अन्य कमेटियों का भी गठन किया है। 

एयर क्वालिटी कमेटी को 2 माह के भीतर खासकर बद्दी, डमटाल, कालाअंब, नालागढ़, पौंटा साहिब, परवाणु और सुंदरनगर में खराब एयर क्वालिटी सुधारने के लिए कार्य योजना बनाने को बोला गया है। कार्य योजना में एयर क्वालिटी कमेटी को एयर क्वालिटी खराब होने के कारण बताने होंगे, साथ ही कैसे इन शहरों में एयर क्वालिटी को सुधारा जाए, इसे लेकर भी अपने सुझाव सरकार को देने होंगे। इसी तरह नदी कायाकल्प समिति को भी प्रदेश की 7 नदियों में प्रदूषण केकारणों का पता लगाना होगा। सातों नदियों के कैचमैंट एरिया की विभिन्न गतिविधियों का भी पता लगाना होगा और नदियों के दोनों किनारों पर प्लांटेशन करनी होगी।

Ekta