आखिर ऐसी क्या थी वजह कि छात्र नहीं दे पाए NIIT परीक्षा, पढ़ें खबर
punjabkesari.in Monday, May 08, 2017 - 12:59 AM (IST)

शिमला: एम.बी.बी.एस. व बी.डी.एस. कोर्स में प्रवेश के लिए रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (नीट) आयोजित हुई। सी.बी.एस.ई. के सख्त आदेशों के चलते शिमला व हमीरपुर के लगभग 40 केंद्रों में परीक्षा ली गई। छात्रों का कहना है कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार कुछ प्रतिशत पेपर आसान था। शिमला के सभी केंद्रों में परीक्षा देने के लिए सुबह 7 बजे से परीक्षार्थियों की भीड़ लगी रही और सुबह 10 बजे परीक्षा शुरू करवाई, वहीं परीक्षा केंद्रों में 9.30 बजे ताले लग गए थे और उसके बाद एक भी छात्र को प्रवेश नहीं करने दिया।
परीक्षा दिए बिना ही वापस लौटे कुछ छात्र
प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से छात्र परीक्षा देने के लिए सुबह पहुंच गए थे और कुछ छात्र जो समय से नहीं पहुंच पाए थे, वे बाहर ही भटकते रहे, ऐसे में कई जगह छात्रों ने आयोजनकर्ताओं से सिफारिश भी की लेकिन फिर भी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिली, जिससे कुछ छात्रों को परीक्षा दिए बिना ही वापस लौटना पड़ा।
परीक्षा केंद्र में ही मिले पैन
परीक्षा केंद्र में कोई भी छात्र अपना पैन लेकर नहीं गया था, ऐसे में परीक्षा हाल में बोर्ड द्वारा ही पैन दिया गया। इस संबंध में पहले ही बोर्ड ने निर्देश दे दिए थे। सी.बी.एस.ई. ने एक खास तरह का पैन तैयार करवाया था जो बाजार में उपलब्ध नहीं था।
मैरिट के आधार पर मिलेगा प्रवेश
हिमाचल प्रदेश में स्थित सभी सरकारी, गैर-सरकारी मैडीकल व डैंटल कालेजों में प्रवेश नैशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रैंस टैस्ट (एन.ई.ई.टी.) की मैरिट के आधार पर दिया जाएगा। सत्र 2017-18 में भी एन.ई.ई.टी. के आधार पर एम.बी.बी.एस. व बी.डी.एस. कोर्सों में प्रवेश मिलेगा। एम.बी.बी.एस. व बी.डी.एस. पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा अलग से कोई प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं करवाई जा रही है।
प्रवेश लेने को अब 3 ही मौके
एम.बी.बी.एस. व बी.डी.एस. कोर्स में प्रवेश लेने के लिए एन.ई.ई.टी. 2017 को पहला प्रयास माना गया है। एम.बी.बी.एस. व बी.डी.एस. कोर्स में प्रवेश लेने के लिए अब उम्मीदवारों को 3 ही मौके प्रदान किए गए हैं और इसके तहत एन.ई.ई.टी. 2017 को पहला प्रयास माना गया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सी.बी.एस.ई.) ने बीते फरवरी माह में अधिसूचना जारी कर यह स्पष्ट कर दिया था कि एन.ई.ई.टी. में बैठने के लिए अब 3 मौके मिलेंगे।