आपदा से निपटने की तैयारियों में जुटा प्रशासन, प्रभावित स्थान चिन्हित

Thursday, Jun 29, 2017 - 12:22 AM (IST)

बिलासपुर: प्रदेश में कुछ दिनों में मानसून के पहुंचने के दृष्टिगत भारी बरसात होने की संभावना के मद्देनजर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस संदर्भ में बुधवार को बचत भवन में डी.सी. ऋग्वेद ठाकुर की अध्यक्षता में सभी जिला अधिकारियों व गैर-सरकारी सदस्यों के साथ तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की गई। बैठक में डी.सी. ने कहा कि  जिला के चारों उपमंडलों में बरसात के दौरान प्रभावित होने वाले स्थलों को चिन्हित किया गया है। सदर व स्वारघाट उपमंडल के तहत नोग, कंडेला, बिनोला, घागस, पधाणू, कोटलू, पाड़ा-नरवाण, सिकरोआ, दबट तथा मजारी को बरसात के दौरान आपदा या बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के रूप में चयनित किया गया है जबकि घुमारवीं व झंडूता उपमंडल के तहत सीर खड्ड के साथ लगते बम्म, नाल्टी, परनाल, भुडांल, पटेर, लांझटा, कसोल, सुन्हाणी, त्युंगड़ी, सेर, री-रडोह तथा बलघाड़ को बाढ़ व आपदा प्रभावित क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया। 

अस्थायी ठहराव के लिए अलग से स्थान
बरसात के दौरान किसी भी आपदा या बाढ़ आने की स्थिति में प्रभावितों को अस्थायी ठहराव के लिए सदर उपमंडल के राजकीय डिग्री महाविद्यालय बिलासपुर के खेल मैदान तथा लुहणू खेल परिसर में शैड बनाकर अस्थायी व्यवस्था की जाएगी जबकि स्वारघाट उपमंडल के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भाखड़ा के खेल मैदान, घुमारवीं के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छात्रा खेल मैदान तथा झंडूता उपमंडल के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बरठीं, खंड विकास कार्यालय परिसर झंडूता तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तलाई के खेल मैदान में शैड बनाकर प्रभावितों के ठहरने की अस्थायी व्यवस्था की जाएगी जबकि बरसात के दौरान आपदा होने की स्थिति में क्विक रैस्क्यू टीमें भी 24 घंटे तैनात रहेंगी।

नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर जारी
भारी बरसात से जमीन खिसकने, पेड़ गिरने, भू-स्खलन होने या किसी भी अन्य कारणों से यातायात अवरुद्ध होने की स्थिति में सहायता हेतु प्रशासन द्वारा संचालित आपदा नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर-1077 पर संपर्क  कर सकते हैं। आपदा नियंत्रण कक्ष 24 घंटे संचालित है और इसके अतिरिक्त पुलिस नियंत्रण कक्ष दूरभाष नं.-100, आगजनी के लिए 101 तथा एम्बुलैंस सुविधा के लिए दूरभाष नं.-108 पर संपर्क  करें। डी.सी. ने कहा कि आपदा के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण नियंत्रण कक्ष में उपलब्ध रहेंगे और आवश्यकतानुसार आधुनिक उपकरणों की खरीद भी की जाएगी। एन.डी.आर.एफ . भटिंडा की टीम के साथ-साथ बी.बी.एम.बी., कोलडैम, होमगार्ड की रैस्क्यू टीम तथा एन.सी.सी. का भी सहयोग लिया जाएगा। 

ब्लीचिंग पाऊडर के पर्याप्त मात्रा में छिड़काव के निर्देश
बैठक में बरसात के दौरान पेयजल के दूषित होने से फैलने वाली विभिन्न बीमारियों की रोकथाम के लिए कदम उठाने, जलजनित रोगों से संबंधित दवाओं के पर्याप्त भंडारण व पेयजल भंडारण टैंकों की सफाई करने के अतिरिक्त क्लोरीन डालने, गंदगी वाले स्थानों में ब्लीङ्क्षचग पाऊडर का पर्याप्त मात्रा में छिड़काव करने, शहरों व अधिक आबादी वाले ग्रामीण क्षेत्रों में तथा सड़कों के साथ लगती नालियां से कूड़़ा-कचरा साफ  करवाने बारे भी विस्तार से चर्चा की गई। डी.सी. ने कहा कि लोक निर्माण विभाग आपदा प्रभावित चिन्हित क्षेत्रों के नजदीक बुल्डोजर, जे.सी.बी. व अन्य आधुनिक मशीनें रखे ताकि किसी भी रुकावट या मलबे तथा पत्थरों को सड़क से हटाकर यातायात बहाल किया जा सके।

ये रहे बैठक में मौजूद
बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विनय कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुलदीप राणा, एस.डी.एम. सदर हरीश गज्जू, एस.डी.एम. घुमारवीं अनुपम ठाकुर, एस.डी.एम. स्वारघाट चेत सिंह, जिला राजस्व अधिकारी हेम चंद वर्मा, समस्त खंड विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी वी.के. शर्मा, उपनिदेशक डी.आर.डी.ए. सुभाष गौतम, जिला परिषद अध्यक्ष अमरजीत सिंह बंगा व समस्त पंचायत समिति अध्यक्षों सहित जिला अधिकारी व गैर-सरकारी सदस्य उपस्थित रहे।