छात्र मांगो को लेकर 31 अगस्त से 16 सितंबर तक आंदोलन करेगी एबीवीपी

Saturday, Aug 29, 2020 - 05:50 PM (IST)

शिमला (योगराज) : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा आज प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। पत्रकारों को संबोधित करते हुए इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा कि विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई  31 अगस्त से ले कर 15 सिंतबर तक छात्र हितों की मांगों को लेकर आन्दोलन करने जा रही है। इस वैश्विक महामारी के समय में अगर छात्र समस्याओं की बात करें चाहे वो ऑनलाइन प्रक्रिया की बात हो, परीक्षा परिणामो में अनियमितताओं की बात हो, सरकारी शिक्षण संस्थानों में महामारी के समय मे फीसें बढ़ाने की बात हो, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन इन सभी मुद्दों पर छात्रों की समस्याओं का समाधान करने में नाकामयाब रहा है। इसी संदर्भ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय इकाई ने छात्र हितों में कुछ प्रमुख माँगो की सूची तैयार की है, जो कि इस प्रकार से हैः

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंतर्गत सभी विभागों से कोरोना महामारी के दौरान सिर्फ ट्यूशन फीस ही ली जाए। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के सत्र 2020-21 की प्रवेश प्रक्रिया में आर्थिक पिछड़ा वर्ग  के आरक्षण को सम्मिलित कर दाखिलें दिए जाएं। पीजी परीक्षाओं में पढ़ाए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही परीक्षाएँ करवाई जाएं। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ऑनलाइन प्रणाली सुदृढ़ की जाए।  होस्टल की फीस को इस सत्र के लिए माफ किया जाए। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट सेल को दुरुस्त कर श्रम एवं रोजगार विभाग हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से जोड़ा जाए, ताकि महामारी की परिस्थिति में नए पास आउट छात्रों को रोजगार उपलब्ध हो सके। यूजी के गणित विषय के परीक्षा मूल्यांकन में आ रही अनियमितताओं को दूर किया जाए तथा यूजी के 2016 बैच में मेथ विषय के सभी पेपरों का पुनर्मूल्यांकन किया जाए। पीएचडी में एनरॉल्ड हुए शोधार्थियों के कोर्स वर्क की परीक्षा को शीघ्र करवाया जाए। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं गैर शिक्षक पदों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। विश्विद्यालय में रिसर्च से संबंधित प्लेगेरिसम को चैक करने के लिए सॉफ्टवेयर की व्यवस्था की जाए। 

इन सभी माँगो को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई 31 अगस्त से लेकर 16 सितंबर तक विश्वविद्यालय प्रशासन व प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी। आंदोलन की रूपरेखा में 1 सितंबरः कुलपति को ज्ञापन, 3 सितंबरः विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन, 4 सितंबरः ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान, 6 सितंबरः ट्विटर के माध्यम से ट्रेंड, 7 सितंबरः छात्र माँगो को लेकर मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, राज्यपाल व कुलपति को ई मेल करना, 9 सितंबर दोपहर से 10 सितंबर दोपहरः सांकेतिक भूख हड़ताल, 14 सितंबरः मूक प्रदर्शन, 16 सितंबरः शव यात्रा निकाली जाएगी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आशा करती है कि प्रशासन छात्र हितों में इन माँगो के समाधान के लिए शीघ्र अति शीघ्र उचित कदम उठाएगा। यदि प्रशासन छात्र हितों में विद्यार्थी परिषद की इन माँगो को अनदेखा करता है तो परिषद अपने आंदोलन को और उग्र करेगी।
 

prashant sharma