JNU हिंसा में वामपंथियों की संलिप्तता पर ABVP ने किया धरना-प्रदर्शन

Saturday, Jan 11, 2020 - 04:47 PM (IST)

शिमला/धर्मशलाा (योगराज/नितिन): शनिवार को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की एबीवीपी इकाई द्वारा जेएनयू हिंसा में वामपंथियों के संलिप्त होने के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया गया। बता दें कि पिछले कल दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा में संलिप्त 9 लोगों के नाम सार्वजनिक किए, उनमें 7 लोग वामपंथी संगठनों से हैं और जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष इसमें मुख्य अपराधी पाई गई है। एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा कि पुलिस की रिपोर्ट से वामपंथियों द्वारा सोशल मीडिया और मीडिया में फैलाई जा रही सब भ्रांतियों का पर्दाफाश हो गया है और वामपंथियों का असली चेहरा देश और मीडिया के सामने आ गया है।

वामपंथ एक ऐसा कैंसर है जो हिंसा के बिना जीवित नहीं रहता

उन्होंने कहा कि वामपंथ एक ऐसा कैंसर है जो हिंसा के बिना जीवित नहीं रहता। जेएनयू हिंसा वामपंथियों की बौखलाहट को दिखाता है। देश के शिक्षण संस्थानों में वामपंथियों द्वारा अराजकता का माहौल तैयार किया जा रहा है और छात्रों को शिक्षा से वंचित करने का कार्य किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि जैसे देश के टुकड़े करने के नारे लगाकर कन्हैया कुमार सीपीआई का नेता बन गया और उसी रास्ते पर आइशी घोष भी है। एबीवीपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अंकित चंदेल ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों और वामपंथियों द्वारा जेएनयू को राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि वामपंथियों का सामाजिक बहिष्कार हो और देश विरोधी गतिविधियों में संयुक्त प्रत्येक व्यक्ति के खिलाफ कठोर कार्यवाही हो। वही उन नेताओं का भी समाजिक बहिष्कार होना चाहिए जो तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं।

हमेशा देश को तोड़ने का प्रयास करते हैं वामपंथी संगठन

धर्मशाला में प्रैस वार्ता के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला कांगड़ा संयोजक अभिषेक कुमार ने कहा कि वामपंथी संगठन हमेशा देश को तोड़ने का प्रयास करते हैं और आरोप एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर लगाए जाते हैं। जेएनयू प्रकरण में पुलिस की शुरूआती जांच में वामपंथी संगठनों के सदस्यों के नाम सामने आना इस बात का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि जेएनयू में हुई हिंसा के लिए वामपंथी संगठन के सदस्य ही जिम्मेदार हैं। जेएनयू हिंसा में एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ताओं के नाम आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एबीवीपी के कार्यकर्ता इस तरह के कार्य नहीं करते। उन्होंने बताया कि कार्यकर्ताओं को देश तोड़ने की सीख नहीं दी जाती है। इस अवसर पर अंशुल, अवलोक व मोहित इत्यादी कार्यकर्ता मौजूद रहे। 

Vijay