शिक्षा के क्षेत्र में खामियों को लेकर ABVP का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
Tuesday, Aug 13, 2019 - 04:32 PM (IST)
शिमला (योगराज):अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) ने हिमाचल प्रदेश के सभी जिला केंद्रो में वर्तमान समय में शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। एबीवीपी शिमला जिला संयोजक विक्रांत चौहान ने जानकारी देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय युजी परीक्षाओं के परिणामों को समय से घोषित करने में असफल नजर आ रहा है। वही कालेजों में अभी भी कई जगह न शिक्षको और गैर शिक्षकों की पूर्ती की गई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार SMC और OUTSOURCING के तहत अपने चहेतों को नौकरी दे रही है जो प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ धोखा है। यदि अगर नियमित भर्तियां हो भी रही है तो वहां भी गड़बड़ियां नजर आ रही है अभी बीते दिनो पहले ही पुलिस विभाग में पुलिस कांस्टेबल की भर्ती में किस तरह से पेपर में नकल और भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है । केंद्रीय विश्वविद्यालय आज भी राजनीति का मुद्दा बनी हुई है केंद्रीय विश्वविद्यालय का अभी भी अपना स्थायी परिसर नहीं है वही प्रदेश सरकार ने क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी में कुलपति की नियुक्ति तो कर दी है। लेकिन वास्तव में वहां अभी भी किसी भी विभाग की कक्षाएं शुरू नहीं हुई है।
प्रदेश सरकार ने संस्कृत को दूसरी भाषा का दर्जा तो दे दिया है लेकिन प्रदेश के संस्कृत महाविद्यालयों की स्थिति अभी भी दयनीय है न ही प्रदेश में संस्कृत विश्वविद्यालय है। छात्रों को दूसरे राज्यों मे जा कर स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने में विवश होना पड़ रहा है । प्राइवेट कालेजों/ युनिवर्सिटियों में और मेडिकल कॉलेजों में लगातार साल दर साल फीस में बढ़ोतरी की जा रही है। नियामक आयोग का इसमें अभी भी कोई नियंत्रण नजर नहीं आ रहा है। नियामक आयोग में चेयरमैन के पद पर ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को बिठाया है जो पहले भी महिला उत्पीड़न मामले में और भ्रष्टाचार के मामले में सलिंप्त है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् मांग करती है कि तुरंत छात्र संघ चुनाव बहाल किए जाने चाहिए और SMC और OUTSOURCING के तहत हो रही भर्ती पर रोक लगाई जाए युजी परीक्षा परिणामों को समय से घोषित किया जाए।