एक ऐसा परिवार जो बारिश न होने की करता है दुआ, जानिए क्या है कारण (Video)

Monday, Jul 29, 2019 - 03:07 PM (IST)

ठियोग (मनीष धीमान): केंद्र तथा प्रदेश सरकारों द्वारा गरीबों के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाओं में चाहे कितने भी दावे किए जाते आ रहे हों लेकिन धरातल पर पात्र लोगों को उन सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। देश तथा प्रदेश से गरीबी हटानी है तो हमें इन तस्वीरों को बदलना होगा जो बेबसी के आगे घुटनों के बल गिर रहे हैं। जहां एक ओर देश में अच्छी बारिश के दुआ की जा रही है, वहीं ठियोग में एक ऐसा भी घर है जो भगवान से दुआ करता है कि हे भगवान बारिश न हो, बारिश आएगी तो आफत आएगी।  

जी हां, ठियोग के अंतर्गत आने वाली क्यार पंचायत के वीरगढ़ की एक दलित महिला रीता देवी के घर की हालत देख हम भी हैरान रह गए कि कैसे रात के समय में जागकर एक मां अपने बच्चों को सुलाती जिसमें हरदम मौत का साया बना रहता है। यह महिला अपने पति और तीन बच्चों के साथ पिछले कई सालों से दूसरों के घर में अपना जीवन व्यतीत कर रही है।  अपना कोई घर नहीं जो बनाया था वो कब का टूट गया और अब तो दूसरों के घर में भी टूटी छत के नीचे डर के साये में जी रही है। वहीं, पिछड़े ओर दलितों के लिए दी जा रही सरकारी सुविधाओं से वंचित रीता देवी को उनके रिश्तेदार सहारा दे रहे हैं।

क्या कहती हैं रीता देवी

रीता देवी का कहना है कि उसने अपने मकान और तमाम सरकारी सुविधाओं के लिए कई बार पंचायतों के चक्कर काट लिए लेकिन आज तक कोई भी सरकारी सुविधा देने में पंचायत फिसड्डी साबित हुई। न पहले किसी पंचायत प्रतिनिधि ने इस गरीब महिला की सहायता की और न अभी उसे कोई सरकारी सहायता मिली है। मिला है तो सिर्फ  खोखला आश्वासन जो इस खोखले घर में नहीं टिक पा रहा है। रीता देवी ने कहा कि सरकार की तरफ से शौचालय के लिए, खुद के रहने के लिए जगह नहीं है तो फिर पशुपालन कैसे होगा? उन्होंने कहा कि उनके पति मानसिक रूप से बीमार है जो कभी कभार घर आते हैं, जिन्हें ये भी याद नहीं रहता कि उनका भी कोई परिवार है। यही नहीं रीता देवी की एक दिव्यांग बेटी भी है जिसे वो शिमला में पढ़ा रही है जबकि दो बेटियां और एक बेटा भी है और जैसे कैसे मजदूरी कर अपना घर चलाने पड़ता है। 

‘बारिश में हम सो नहीं पाते, न ही होती पढ़ाई’

रीता देवी की आठवीं कक्षा में पढऩे वाली बेटी मीनाक्षी का कहना है कि किसान बागवान सब चाहते हैं बारिश हो लेकिन हम रोज भगवान से प्रार्थना करते हैं कि बारिश न हो नहीं तो हम सो नहीं पाएंगे और पढ़ाई भी नहीं कर पाएंगे। घर में बिच्छू, कीड़े-मकोड़े भी आ जाते हैं जिसे लेकर जागकर रात बितानी पड़ती है।  

आवास योजना में डाला नाम

रीता देवी के टूटे घर को लेकर पंचायत की प्रधान सुशीला शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस दलित परिवार का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में डाला गया है जिसकी जियो टैगिंग भी हो चुकी है और वर्ष 2015-16 की ग्राम सभा में भी प्रस्ताव डाला गया था। पंचायत में और भी ऐसे मकान हैं, पंचायत की ओर से हरसंभव प्रयास किए गए हैं।

Ekta