रिश्ते हुए तार-तार, पोते ने अपना घर बनाने की आड़ में हथियाई दादा की जमीन

Monday, Mar 25, 2019 - 12:09 PM (IST)

गोहर (ख्यालीराम): जिला की चच्योट तहसील की कार्यप्रणाली एक बार फिर से सवालों के घेरे में आ गई है। जाच्छ के एक 70 वर्षीय बुजुर्ग उत्तम चंद ने अपने ही पोते पर जमीन की रजिस्ट्री करने से संबंधित अधिकृत लोगों से मिलीभगत कर धोखाधड़ी से सारी भूमि हथियाने का आरोप लगाया है। जालसाजी का शिकार हुए वृद्ध उत्तम चंद ने मामले में पोते बंसी लाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पोते ने अपना घर बनाने की आड़ में उनसे 5 बिस्वा जमीन अपने नाम करवाने का दबाव बनाया जिस पर राजी होते हुए दादा ने एक पोते के नाम भूमि करने की बजाय दोनों पोतों के नाम 5-5 बिस्वा जमीन करवाने की हामी भर दी।

उनका आरोप है कि 4 दिसम्बर, 2018 को पोता पूरा जाल बिछाकर अपनी गाड़ी में बैठाकर उन्हें तहसील मुख्यालय ले गया, जहां सारे कागजात तैयार करवाकर 2 गवाह भी खड़े करवा दिए थे जिसके बाद उन्हें नायब तहसीलदार के समक्ष खड़ा कर सारी की सारी भूमि दोनों भाइयों ने अपने नाम करवा ली। अब वृद्ध उत्तम चंद ने भूमि रजिस्ट्री के लिए अधिकृत लोगों की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाया है कि तहसील कार्यालय में न तो रजिस्ट्री अधिकारी और न ही अर्जी नवीस ने कागजात बनाते वक्त पूछा कि पोते को कितनी जमीन देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि रजिस्ट्री अधिकारी ने यह पूछा कि भूमि दे दी जिस पर उन्होंने कहा कि हां जी, मगर उन्होंने यह कतई नहीं कहा कि कितनी भूमि दे रहे हैं।

ऐसे पता चली सच्चाई

उत्तम चंद को सच्चाई तब मालूम हुई जब हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा किसान सम्मान योजना के तहत दी जाने वाली राशि की पहली किस्त के लिए आवेदन कर रहे थे, जहां हलका पटवारी ने उनसे कहा कि आपको सरकार की योजना का लाभ नहीं मिल सकता क्योंकि आपके नाम से कागजात माल में भूमि ही दर्ज नहीं है। हलका पटवारी के बोल सुनते ही उत्तम चंद के पैर तले जमीन खिसक गई कि एक छोटी-सी लापरवाही के कारण बुजुर्ग व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक सदमा झेलने को मजबूर बना दिया। उत्तम चंद ने बताया कि जब उन्होंने पोते से धोखाधड़ी के मामले पर जानना चाहा तो बंसी लाल ने कहा कि मैंने जो करना था कर दिया और अब जो तूने करना है कर ले।

अब दवाइयों के लिए भी मोहताज है उत्तम चंद

 

आज जालसाजी के चक्कर में फंसे उत्तम चंद अपैंडेसाइटिस का आप्रेशन करवाने के उपरांत न्याय और दवाइयों के लिए मोहताज हो गए हैं। पीड़ित के आरोपों से मामले में दादा-पोते का रिश्ता तार-तार हुआ है। अपनों के ही हाथों धोखाधड़ी और ठगी का शिकार हुए उत्तम चंद के मामले में न्याय के लिए सक्रिय होने पर पोतों सहित अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। मामले की क्षेत्र में कड़ी निंदा की जा रही है, वहीं कई बुद्धिजीवी लोगों ने मामले पर प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर फिर से गौर करने की मांग की है।

 

kirti