SDM के फर्जी हस्ताक्षर कर बना डाले 7 ड्राइविंग लाइसैंस, पुलिस जांच में जुटी

Saturday, Aug 24, 2019 - 09:10 PM (IST)

शिमला: शिमला में ड्राइविंग के फर्जी लाइसैंस बनाने का एक बड़ा खुलासा हुआ है। शातिरों ने एसडीएम शहरी नीरंज चांदला के फर्जी हस्ताक्षर कर 7 के करीब लाइसैंस बनाए हैं। फर्जी लाइसैंस बनाने का पता तब चला जब एसडीएम के पास लाइसैंस के फार्म वैरीफिकेशन के लिए पहुंचे तभी एसडीएम ने पाया कि उसमें किए उनके हस्ताक्षर फर्जी थे। मामला सामने आते ही जिला प्रशासन ऑफिस सहित इससे जुड़े कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया है। स्वयं एसडीएम ने मामले की सूचना पुलिस को दी है। शिमला में फर्जी लाइसैंस बनाने का कोई गिरोह तो काम नहीं कर रहा है, इसकी आशंका पर पुलिस जांच में जुट गई है। ये लाइसैंस लर्निंग बताए जा रहे हैं। फर्जी लाइसैंस बनाने का यह धंधा कब से चल रहा है इसका भी पुलिस पता लगा रही है।

एसडीएम कार्यालय से ऑरिजनल हस्ताक्षर की कॉपी लेगी पुलिस

यहां पर सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि क्या ऑफिस कर्मचारियों ने ही ये फर्जी हस्ताक्षर किए हैं या फिर कोई बाहर का व्यक्ति इसमें संलिप्त है। इन सभी तथ्य का खुलासा शीघ्र ही पुलिस की छानबीन में हो जाएगा। पुलिस फिलहाल हस्ताक्षर से संबंधित सबूत जुटा रही है। पुलिस शीघ्र ही एसडीएम कार्यालय से वह कॉपी भी लेगी, जिसमें ऑरिजनल हस्ताक्षर किए गए हैं। हस्ताक्षर का पता लगाने के लिए पुलिस नमूने को जांच के लिए फॉरैंसिक लैब भेज सकती है। पुलिस इस मामले को लेकर कर्मचारियों से भी पूछताछ करेगी। पुलिस ने सदर थाना के तहत आईपीसी की धारा 420, 419, 465 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया है।

एक साल में बने लाइसैंस की हो सकती है जांच

एक साल के अंदर कितने लाइसैंस बने हैं इसकी जिला प्रशासन स्वयं भी कार्रवाई करेगा। रिकॉर्ड खंगालने पर बड़े खुलासे हो सकते हैं। प्रशासन को शक है कि जब 7 लाइसैंस पर फर्जी हस्ताक्षर हैं तो कई ऐसे लाइसैंस होंगे जोकि वैरीफिकेशन के बाद भी बन चुके हैं।

एक व्यक्ति से हुआ संपर्क, अन्य के फोन बंद

एसडीएम कार्यालय की ओर से अपने स्तर पर इसकी जांच की गई और उन लोगों से संपर्क करने की कोशिश की गई, जिन्होंने लाइसैंस बनाए हंै। बताया जा रहा है कि जिन लोगों के लाइसैंस बने हैं, उनमें से अधिकांश ने अपने मोबाइल फोन भी बंद कर दिए हैं। इसमें से एक व्यक्ति से संपर्क हो पाया है। बताया जा रहा है कि इस व्यक्ति ने किसी बबलू राम नामक शख्स का हवाला दिया है। पूछताछ में उसने बताया कि उसने बबलू नामक व्यक्ति को लाइसैंस बनाने का काम दिया था जबकि बाकी मामले का पता अब पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई के बाद ही चल पाएगा।

क्या बोले डीएसपी शिमला

डीएसपी शिमला प्रमोद शुक्ला ने बताया कि एसडीएम ने पुलिस को शिकायत दी है कि लाइसैंस बनाने के लिए उनके फर्जी हस्ताक्षर किए हैं। पुलिस मामले को लेकर गंभीरता से कार्रवाई कर रही है। जल्द ही पता लगाया जाएगा कि फर्जी हस्ताक्षर किसने किए हैं। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

Vijay