पढ़ें क्यों पिछले 2 माह से बंद है मैक्लोडगंज के 68 होटल, नगर निगम ने लटकाए जवाब

Tuesday, Nov 20, 2018 - 11:05 AM (IST)

धर्मशाला : एन.जी.टी. के डंडे की मार से भले ही पर्यटन उद्योग की जड़ें हिल गई हों, मगर अफसरशाही के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। आलम का अंदाजा इन्हीं तथ्यों से लगाया जा सकता है कि पर्यटन विभाग जल्द से जल्द मामलों के निपटारे के लिए नगर निगम को खत लिखता है, मगर निगम के अफसर कहते हैं कि उनके पास कोई खत आया ही नहीं। नतीजा यह है कि पिछले 2 महीनों से मैक्लोडगंज के 68 होटल खुल नहीं पा रहे हैं और जो चल रहे हैं, वे दामों के मुकाबलों में अपनी मर्जी चला रहे हैं। मनचाहे रेट वसूलने की शिकायतें रोजाना की बात है।

दरअसल 2 महीने पहले पर्यटन विभाग ने नगर निगम को खत भेजकर यह पता लगाने के लिए कहा था कि उन होटलों की मौजूदा परिस्थिति को खंगाला जाए, जिनकी वजह से ये बंद हुए थे। साथ ही यह भी कहा गया था कि अगर इन होटल मालिकों ने उन तमाम कमियों को पूरा कर लिया है, जिनकी वजह से ये सील किए गए थे। अगर इन्होंने वे तमाम खामियां दूर कर ली हैं, जिनकी वजह से ये बंद किए गए थे तो इनकी रिपोर्ट की जाए। पर्यटन विभाग के अनुसार मैक्लोडगंज में अनियमितताएं पाए जाने वाले 15 होटलों को 2 बार सम्मन भेजे थे, लेकिन उनमें से केवल 5 ने ही रिस्पांड किया, जबकि शेष 10 होटल मालिकों ने सम्मन का कोई जवाब पर्यटन विभाग को नहीं दिया। यही नहीं, विभाग ने 12 होटल मालिकों को सम्मन किए थे, लेकिन उनकी ओर से भी कोई जवाब नहीं दिया गया। पर्यटन विभाग ने जब इंस्पैक्शन करवाई तो 
उक्त 12 होटलों को बंद पाया गया। 
 

kirti