हिमाचल में बर्फबारी से 6 NH सहित 527 सड़कें बंद, PWD को 83 करोड़ का चूना

Friday, Feb 01, 2019 - 10:02 PM (IST)

शिमला: बीते 24 घंटे के दौरान हुए ताजा हिमपात के बाद प्रदेशभर में 6 एन.एच. सहित 527 सड़कें फिर से यातायात को अवरुद्ध हो गई हैं। इनमें 250 से ज्यादा सड़कें बीते 11 दिनों से बंद पड़ी हैं। इससे लोगों को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ इलाकों में तो बीते 11 दिनों से दूध, ब्रैड, पनीर जैसी दैनिक उपभोग की खाद्य सामग्री की सप्लाई भी नहीं हो पाई है। ताजा हिमपात के कारण एन.एच. 305 सैंज-लूहरी, एन.एच. 22 शिमला-रामपुर, एन.एच.-705 ठियोग हाटकोटी, एन.एच. 505 रिकांगपिओ-काजा तथा चम्बा-भरमौर एन.एच. फिर से बंद हो गया है।

500 से ज्यादा रूटों पर बस सेवाएं ठप्प

बीते 2 हफ्तों के दौरान अधिक ऊंचे क्षेत्रों में 7 बार और शिमला में 5 बार हिमपात हो चुका है। इस वजह से बीते दिनों में जिन सड़कों को बर्फ हटाकर बहाल कर दिया गया था वो शुक्रवार को फिर से बंद हो गई हैं। इससे 500 से ज्यादा रूटों पर बस सेवाएं ठप्प रहीं। 200 से ज्यादा रू टों पर बीते 11 दिनों से बस सेवा बहाल नहीं हो पाई है। इनके बंद होने से खासकर ग्रामीण इलाकों में रह रहे लोगों को ज्यादा कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बर्फबारी के बाद सरकार के हर वक्त सभी सड़कों को बहाल रखने के दावों की भी पोल खुली है।

रामपुर सर्कल में 130 तो कुल्लू में 159 सड़कें बंद

शिमला जोन के रामपुर सर्कल में 130 और रोहड़ू सर्कल में 5 सड़कें अवरुद्ध हैं। मंडी जोन के कुल्लू सर्कल में 159 व मंडी सर्कल में 21 सड़कें, कांगड़ा जोन के डल्हौजी सर्कल में 159 सड़कें बर्फबारी के कारण अवरु द्ध पड़ी हैं। बीते 2 हफ्तों के दौरान हुई बर्फबारी के कारण पी.डब्ल्यू.डी. को 83.56 करोड़ का नुक्सान हो चुका है। कांगड़ा जोन में सबसे ज्यादा 50.21 करोड़ का नुक्सान आंका गया है। शिमला जोन में 15.89 करोड़, मंडी जोन में 14.02 करोड़ तथा एन.एच. को 3.45 करोड़ का नुक्सान बताया जा रहा है।

222 जे.सी.बी., डोजर व टिप्पर बर्फ हटाने में जुटे

पी.डब्ल्यू.डी. के चीफ इंजीनियर अजय गर्ग ने बताया कि पी.डब्ल्यू.डी. के 222 जे.सी.बी., डोजर व टिप्पर बर्फ को हटाने में जुटे हुए हैं। इनकी मदद से 99 सड़कें शुक्रवार शाम तक, 260 सड़कें शनिवार शाम तथा शेष 168 सड़कें रविवार या इसके बाद बहाल कर दी जाएंगी। विभाग सड़़कों को बहाल करने का काम युद्ध स्तर पर कर रहा है।

Vijay